इस समय विश्व क्रिकेट में पिछले कुछ सालों में यदि कोई टीम सबसे अधिक तेजी से उभरी हैं, तो उसमे अफगानिस्तान की टीम का नाम सबसे आगे हैं. इस समय अफगानिस्तान टीम के कोच पूर्व भारतीय खिलाड़ी लालचंद राजपूत हैं, जिनके कार्यकाल में टीम ने काफी शानदार प्रदर्शन किया हैं. अफगानिस्तान की टीम को जून में चैम्पियंस ट्रॉफी के खत्म होने के बाद हुयीं आईसीसी की मीटिंग में टेस्ट मैच का खेलने का दर्जा दिया गया था, जिसके बाद अब उसकी गिनती बड़े देशों के साथ होने लगी हैं.
करार आगे नहीं बढाया जायेगा
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने रविवार 20 अगस्त की रात को एक बयान जारी करके इस बात को साफ़ कर दिया कि वे अपनी टीम के वर्तमान कोच लालचंद राजपूत के कार्यकाल को आगे बढ़ाने के बारे में बिल्कुल भी विचार नहीं कर रही हैं और वे जल्द ही टीम के लिए नया कोच भी नियुक्त करेंगे उन्होंने अपने इस बयान में लालचंद राजपूत को उनके अच्छे कार्य के लिए धन्यवाद भी कहा .
पिछले साल ही बने थे कोच
लालचंद राजपूत को अफगानिस्तान टीम का कोच पिछले साल पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान मुख्य चयनकर्ता इंजमाम उल हक के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें इस पद के लिए नियुक्त किया गया था. अफगानिस्तान की टीम को राजपूत के कार्यकाल में ही टेस्ट मैच खेलने का दर्जा मिला हैं. इसके अलावा अफगानिस्तान की टीम ने उनके कार्यकाल में जो 10 वनडे मैच खेले हैं उसमे उन्होंने 6 में जीत हासिल की हैं. इस दौरान अफगानिस्तान की टीम ने आयरलैंड, वेस्टइंडीज अपने से बड़ी टीमों को हराया हैं. अफगानिस्तान की टीम ने इस दौरान ग्रेटर नोएडा में हुए इंटरकांटिनेंटल कप भी अपने नाम पर किया था.
अभी तक नहीं हुआ साफ
लालचंद राजपूत के कोच पद से हट जाने के बाद अभी तक इस बात को साफ़ नहीं किया गया हैं, कि उनकी जगह ओअर आखिर कौन आएगा क्योकि इस साल के अंत में अफगानिस्तान की टीम को जिम्बाम्बे के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच भी खेलना हैं. लालचंद राजपूत ने इससे पहले भारतीय टीम के मुख्य कोच पद के लिए भी आवेदन किया था.