इरफ़ान पठान जब शुरूआत में आये थे, तो वह अपनी शानदार स्विंग गेंदबाजी के लिए पहचाने जाते थे. शुरूआती 2-3 साल उन्होंने अपनी शानदार स्विंग गेंदबाजी से विश्व क्रिकेट में तहलका मचाया हुआ था. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कराची में अपनी शानदार स्विंग गेंदबाजी से पहले ही ओवर में हैट्रिक भी हासिल की थी. पाकिस्तान के पूरे दौरे में उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर एक बड़ा नाम बना लिया था.
जावेद मियांदाद ने कहा पठान जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की हर गली में
इरफ़ान पठान को लेकर पाकिस्तान के उस समय कोच रहे जावेद मियांदाद ने एक बयान दिया था, जिसमे उन्होंने कहा था कि इरफ़ान पठान जैसे गेंदबाज हमारी गलियों में घूमते हैं.
इसी बीच क्रिकेट कनेक्टेड शो में इरफ़ान पठान ने उस घटना का जिक्र करते हुए कहा, “मुझे याद है कि जावेद मियांदाद ने कहा था कि पठान जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की हर गली में हैं. मुझे याद है, मेरे पिता उस खबर को पढ़कर खुश नहीं थे. मुझे याद है कि आखिरी गेम में, वह पाकिस्तान आए थे. वह मेरे पास आए और कहा मैं पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में जाऊंगा और जावेद मियांदाद से मिलना चाहता हूं
मैंने कहा ‘मैं नहीं चाहता कि आप वहां जाएं’ लेकिन वह नहीं माने और हम गए. जैसे ही मियांदाद ने मेरे पिता को देखा, वह खड़े हो गए और उन्होंने कहा, नहीं मैंने आपके बेटे के बारे में कुछ नहीं कहा, मेरे पिता के चेहरे पर एक मुस्कुराहट थी और उन्होंने कहा, मैं यहां आपसे कुछ भी कहने नहीं आया था. मैं आपसे एक शानदार खिलाड़ी के रूप में मिलना चाहता था.”
बाद में फ्लॉप हो गए इरफ़ान पठान
हालांकि, बीते समय के साथ इरफ़ान पठान की स्विंग और गति दोनों खो गई और वह खराब प्रदर्शन के चलते भारतीय टीम से ड्राप हो गए थे. अब उनकी हालात इतनी खराब है, कि उन्हें आईपीएल फ्रेंचाइजीयां भी उन्हें खरीद नहीं रही थी. उनके खराब प्रदर्शन के कारण बड़ौदा टीम ने भी उन्हें ड्राप कर दिया था. जिसके चलते वह पिछले घरेलू सीजन जम्मू कश्मीर चले गए थे और अब वहीं से घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे.
इरफान पठान ने साल 2012 से भारतीय टीम के लिए नहीं खेला. इरफान पठान ने साल 2012 में श्रीलंका के खिलाफ अपने अंतिम वनडे मैच में ‘मैन ऑफ़ द मैच’ का खिताब जीता था. उन्होंने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 28 गेंदों में 29 रन की शानदार पारी खेली थी और
इसके बाद उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए अपने 10 ओवर में 61 रन देकर 5 विकेट हासिल किये थे, लेकिन इस वनडे मैच के बाद से उन्हें भारत के लिए एक भी वनडे खेलने का मौका नहीं मिला है.