भारत में क्रिकेट को एक धर्म की तरह माना जाता है और सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी व अन्य भारतीय खिलाड़ियों को भगवान की तरह पूजा जाता है. भारत में क्रिकेट एक ऐसा माध्यम है, जो पुरे भारतवर्ष को एक साथ जोड़ता है. क्रिकेट प्रशंसक भारतीय खिलाड़ियों को बहुत प्यार करते हैं. भारतीय प्रशंसक अपने पसंदीदा खिलाड़ियों से मिलने के लिए किसी भी हद से गुजरने को तैयार रहते हैं.
ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने भी मानी यह बात
भारतीय प्रशंसक अपने पसंदीदा खिलाड़ियों से मिलने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं और इस बात को खुद ऑस्ट्रेलिया टीम के कोच जस्टिन लैंगर भी मानते हैं.
जस्टिन लैंगर ने अपने एक बयान में कहा है कि भारत में क्रिकेट को इतना प्यार किया जाता है कि यह इस देश में कॉमन है कि कोई फेक रूम सर्विस के नाम से आए और आपके साथ सेल्फी ले.
ये शब्द कहे जस्टिन लैंगर ने
जस्टिन लैंगर ने अपने बयान में कहा, “हां, मुझे भारत जाना काफी पसंद है. मुझे वहां क्रिकेट कर प्रति लोगो की दीवानगी देखकर मजा आता है. खिलाड़ियों को लोगो से वहां बेहद प्यार मिलता है. यहां तक कि होटल के कमरे में यह बात काफी कॉमन है कि कोई फेक रूम सर्विस के नाम से आए और आपके साथ सेल्फी ले.”
पंचिंग बैग का भी दिया था बयान
भारत ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2-1 से जीती थी. वनडे सीरीज पर भी 2-1 से कब्जा जमाया था और तीन टी-20 मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर रही थी. इस सीरीज में कई मौकों पर कप्तान विराट कोहली काफी एग्रेशन में दिखे थे और उनके इसी एग्रेशन से ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर काफी डरा हुआ महसूस कर रहे थे.
ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने अमेजन की हाल ही में रिलीज डॉक्यूमेंटरी सीरिज ‘द टेस्ट’ में कहा, ”मुझे याद है कि जब मैं विराट कोहली के जश्न मनाने के तरीके को देख रहा था, तो मुझे पंचिंग बैग जैसा महसूस हुआ. ऐसा लगा कि हमारे हाथ पीछे से बंधे हुए हैं.