ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम क्रिकेट इतिहास की उन धुरांधर टीमों से एक है जिसका नाम सुनते ही विरोधी टीम के होश पाख्ता हो जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया दुनिया की एकलौती टीम है,जिसके नाम पांच बार विश्व जीतने का रिकॉर्ड है।
आज हम ऑस्ट्रेलिया के उन 11 दिग्गज क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे। जिन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकट टीम में दशकों तक राज करते हुए क्रिकेट को बुलंदियों तक पहुंचाया है। ऑस्ट्रेलिया की इस ड्रीम टीम में रिकी पोटिंग से लेकर ब्रेट ली जैसे क्रिकेटर शामिल है।
टॉप ओपनर
मैथ्यू हेडेन और एडम गिलक्रिस्ट ऑस्ट्रेलिया ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे बेहतरीन ओपनर थे ,इसमें दो राय नहीं है।इन दोनों के आते ही दुनिया की बड़ी-बड़ी टीमें धराशयी हो जाती थी। एडम गिलक्रिस्ट की पहचान तूफानी बल्लेबाज के रूप में थी। इसी के साथ वो ऑस्ट्रेलिया के सबसे सबसे सफल विकेट कीपर भी थे।
एडम गिलक्रिस्ट ने अपने क्रिकेट करियर में 287 एक दिवसीय मैच खेले। जिसमें इन्होंने 35.89 की औसत से 9619 रन बनाए। वहीं मैथ्यू हेडेन ने 161 एक दिवसीय मैचों में 43.80 की एवरेज से 6133 रन बनाए।
मध्यम क्रम
रिकी पोटिंग जब ऑस्ट्रेलिया टीम के कप्तान थे उस समय यह टीम ऊपर से लेकर नीचे तक एक संतुलित टीम थी। मध्यम क्रम से लेकर गेंदबाज सभी काफी प्रभावशाली थी। यही वजह रही की टीम ने 1997 से 2007 तक सभी विश्वकप अपने नाम किए। उस समय रिकी पोटिंग की जलवा विश्व क्रिकेट में जमकर छाया था।
वो टीम में तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने आते थे। पोटिंग ने अपने वनडे करियर में 42.03 की औसत से 13704 रन बनाए हैं।
वहीं टीम में चौथे नंबर पर कब्जा बल्लेबाज़ डेमियन मार्टिन का होता था । मार्टिन ऑस्ट्रेलिया के सफलतम बल्लेबाज थे। उन्होंने अपने 208 वनडे मैचों में 40.80 की औसत से 5346 रन बनाए हैं।
टीम में डैरेन लेहमन और माइकल बेवन की जोड़ी संकट मोचन के रूप में जाना जाता है। इन दोनों की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया को कई बार जीत जिताई है। दोनों क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर बल्लेबाजी करने के लिए आते थे।
टीम के ऑलराउंडर
ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर्स एंड्रयू सायमंड्स के बारे में कौन हीं जानता। सायमंड्स अपनी बल्लेबाजी से विरोधियों के मन में खौफ भर दिया था। टीम में सायमंड्स की पहचान बल्लेबाज के साथ ऑफ ब्रेक मिडियम प्रेशर के रूप में थी। हालांकि व्यवहार में आक्रमकता के चलते इनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका। सायमंड्स ने 198 वनडे मैच में 39.75 की औसत से 5088 रन बनाए हैं।
स्पिनर
शेन वॉर्न दुनिया के सफलतम स्पिनर है। वॉर्न भी रिंकी पोटिंग के नेतृत्व वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे। लेकिन साल 2003 और 2007 विश्वकप के दौरान ब्रैड हॉग को टीम में मुख्य स्पिनर के रूप में मौका मिला था। शेन वॉर्न ने 194 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 25.73 की औसत से 7541 रन देते हुए 293 विकेट अपने नाम किए हैं।
तेज गेंदबाज
रिकी पोंटिग की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलिया टीम में कई दिग्गज गेंदबाज शामिल थे। इनमें ब्रेट ली, ग्लेन मैकग्राथ और एंडी बिकल प्रमुख है। 2003 विश्वकप की सबसे अहम दावेदार टीम भारत को इन्हीं तीनों की तिगड़ी ने धराशयी किया था।
ग्लेन मैकग्रा उन दिनों विश्व क्रिकेट के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक थे। वहीं ब्रेट ली अपनी रफ्तार से कहर बरपा रहे थे। ब्रेट ली ने 221 अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेले हैं। जिसमें ब्रेट ली ने 23.36 की औसत से 380 विकेट अपने नाम किए।