भारतीय टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज अंबाती रायडू ने 3 जुलाई को वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी. हालांकि अब उन्होंने संन्यास से यू टर्न ले लिया है. उनके कुछ करीबी लोगो ने उन्हें समझाया और उन्होंने संन्यास से वापसी कर ली है. इसी बीच उन्होंने क्रिकबज को एक इंटरव्यू दिया है. जिसमे उन्होंने कई रोचक बातें कही है.
मैदान के बाहर हूँ, एक भावुक इंसान
क्रिकबज से बात करते हुए अंबाती रायडू ने मैदान पर अपने आक्रामक रवैये को लेकर कहा, “मैं मैदान पर जैसा दिखता हूँ, उससे मेरा व्यक्तित्व बहुत अलग है. जो लोग मुझे अच्छी तरह से जानते हैं, वे जानते हैं कि भले ही मैं मैदान पर थोड़ा आक्रामक और खेल के प्रति जुनूनी रहता हूँ, लेकिन मैदान के बाहर मैं एक भावुक इंसान हूँ.
जो कुछ भी मैदान पर होता है, वह जुनून की वजह से होता है, जिसके साथ हम खेलते हैं. इसका इस बात से कोई लेना-देना नहीं है कि मैं किस तरह का व्यक्ति हूं. उम्र और परिपक्वता के साथ, वह सब कम हो जाता है. मैं दस साल पहले जितना था उससे अब कहीं बेहतर हूं.”
विश्व कप टीम में चयन ना होने से था निराश
विश्व कप टीम में चयन ना होने पर अंबाती रायडू ने कहा, “निश्चित रूप से मैं इस बात से बहुत निराश था, शायद कोई भी होगा, क्योंकि मैंने इसके लिए काफी मेहनत की थी. मैं नंबर-4 पर उस विशिष्ट भूमिका के लिए तैयार था, मैंने नंबर-4 पर खेलते हुए रन भी बनाये थे, लेकिन शायद नंबर 4 के उनके विचार में अचानक बदलाव आया होगा. यह मेरे बहुत निराशाजनक था, उन्हें संयोजनों या योजनाओं को ध्यान में रखना चाहिए था.”
सिर्फ कुछ मैच में ही मैं रन नहीं बना पाया था
जब उनसे पूछा गया, कि क्या आपकों अपने ट्वीट का पछतावा है, तो उन्होंने कहा, “बिल्कुल नही, मैंने वास्तव में अच्छे खेला था. सिर्फ कुछ मैच में ही मैं रन नहीं बना पाया था. वैसे भी हर किसी खिलाड़ी के लिए हर मैच में रन बना पाया मुमकिन नहीं होता है. ऐसे में जब ना चुना जाए, तो दुःख होना लाजमी है.”
अच्छे लोगो ने मुझे समझाया
अपने संन्यास के फैसले को यू टर्न करने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “वीवीएस लक्ष्मण, नोएल डेविड और विशेष रूप से सीएसके प्रबंधन सभी ने मुझसे बात की, उन्होंने मुझे समझाया, कि मैं अभी काफी क्रिकेट खेल सकता हूँ और मैंने अंततः महसूस किया, कि जो अच्छे लोग मेरे भले के बारे में सोच रहे हैं. वह कहीं ना कहीं सही बात कह रहे हैं. मुझे भी लगा, कि मैं अभी भी फिट हूं और अभी भी खेल सकता हूं, इसलिए संन्यास का फैसला मैंने थोड़ा जल्दबाजी में ले लिया था.”