पटौदी स्मृति लेक्‍चर के लिये केविन पीटरसन को चुने जाने पर भड़के अमिताभ चौधरी, इन 3 भारतीय खिलाड़ियों का लिया पक्ष 1

बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने 12 जून को बैंगलोर में हुए पुरस्कार समारोह के दौरान वार्षिक एमएके पटौदी स्मृति लेक्‍चर देने के लिये इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन को चुने जाने पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की है.

चौधरी ने पहले भी व्यक्त की थी आपत्ति 

Advertisment
Advertisment

पटौदी स्मृति लेक्‍चर के लिये केविन पीटरसन को चुने जाने पर भड़के अमिताभ चौधरी, इन 3 भारतीय खिलाड़ियों का लिया पक्ष 2 पटौदी स्मृति लेक्‍चर के लिये केविन पीटरसन को चुने जाने पर भड़के अमिताभ चौधरी, इन 3 भारतीय खिलाड़ियों का लिया पक्ष 3

चौधरी ने इससे पहले इस लेक्‍चर के लिये चुने गये कुमार संगकारा, नासिर हुसैन और सौरव गांगुली के नामों पर भी कड़ी आपत्ति व्यक्त की थी. वह पुराने जमाने के भारतीय दिग्गजों को नजरअंदाज करने के लिये बीसीसीआई महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से नाराज थे.

करीम पर कसा तंज

पटौदी स्मृति लेक्‍चर के लिये केविन पीटरसन को चुने जाने पर भड़के अमिताभ चौधरी, इन 3 भारतीय खिलाड़ियों का लिया पक्ष 4

Advertisment
Advertisment

चौधरी ने ईरापल्ली प्रसन्ना, अब्बास अली बेग, नारी कांट्रैक्टर के नाम सुझाये थे जो टाइगर के साथ खेले थे. कार्यवाहक सचिव ने एक ईमेल में पूर्व भारतीय विकेटकीपर करीम पर ताना कसा है. इससे पहले करीम ने कहा था कि “यह घोषणा करते हुए खुशी है कि केविन पीटरसन एमएके पटौदी स्मृति लेक्‍चर देने पर सहमत हो गये हैं.”

चौधरी ने पीटरसन के संदर्भ में लिखा है, “महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) की खुशी को देखकर मुझे यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि यह एमएके पटौदी स्मृति व्याख्यान है या सर लेन हटन लेक्‍चर या इस संदर्भ में सर फ्रैंक वूली स्मृति लेक्‍चर है.”

करीम ने नहीं दिया है ध्यान 

पटौदी स्मृति लेक्‍चर के लिये केविन पीटरसन को चुने जाने पर भड़के अमिताभ चौधरी, इन 3 भारतीय खिलाड़ियों का लिया पक्ष 5

साथ ही झारखंड के पूर्व अधिकारी ने कहा है कि करीम ने उनके सुझावों पर ध्यान नहीं दिया और ना ही इस विषय पर उनसे कोई बातचीत की गई. उस ईमेल के जवाब में चौधरी ने पूर्व भारतीय विकेटकीपर करीम पर व्यंग्यात्मक प्रहार किया है, जिसमें पीटरसन के नाम की घोषणा की गई थी.

ईमेल में कार्यवाहक सचिव ने करीम से पांच सवाल किए हैं. इसमें चार नामों की सूची में 75 फीसद विदेशी नामों के शामिल किए जाने, पीटरसन के चयन के औचित्य और संगकारा की अनुपलब्धता को नजरअंदाज किए जाने पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही चौधरी ने करीम पर सीओए के सुझावों को बिना बताए एकतरफा तरीके से लागू करने का आरोप लगाया है.