भारतीय टीम का कोच पद छोड़ने के बाद अब पहली बार बोले अनिल कुंबले, किया ये चौकाने वाला खुलासा 1

एक समय हुआ करता था, जब पूरा देश और भारतीय क्रिकेट टीम अनिल कुंबले के सामने नतमस्तक हुए करती थी. मगर देखते ही देखते जो कुंबले कभी देश के हीरो हुआ करते थे, उन्ही दिग्गज कुंबले को पल भर में भारतीय क्रिकेट टीम का सबसे बड़ा विलेन करार दे दिया गया. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफीअड़ कप्तान कोहली और कुंबले विवाद क्रिकेट जगत में चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया.

एक अनुशासन प्रिय खिलाड़ी रहे अनिल कुंबले को उनके कोचिंग के आखिरी के दिनों में ‘हेडमास्टर’ का तमगा तक दे दिया गया. हाल में ही अनिल कुंबले को हैदराबाद में देखा गया. जहाँ उन्होंने अपने जीवन से जुड़ी कई बातो का खुलासा किया. मंगलवार, 7 नवम्बर को अनिल कुंबले ने माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला के साथ इवेंट में शिरकत की, जहाँ कुंबले ने एक बड़े मंच पर नडेला के सामने अपने क्रिकेटिंग करियर के बारे में बताया.

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अंतिम दिनों में लोगों ने कहा हेडमास्टर 

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यह इवेंट माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला जारी की गयी किताब ‘हिट रिफ्रेश’ के उपलक्ष में रखा गया था. सत्य नडेला ने अनिल कुंबले से पूछा, कि अपने जीवन में आपने अपने माता पिता से क्या सीखा, इस पर बात करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले ने कहा, कि

”मैंने मेरे माता पिता से आत्मविश्वास सीखा. यह उन संस्कारो से आता हैं, को आपको अपने माता पिता, दादा दादी और नाना नानी से मिलते हैं. मेरा दादा स्कूल में एक हेडमास्टर थे और यह बात अच्छे से जनता हूँ, कि यह शब्द {हेडमास्टर} मेरे करियर के अंतिम दिनों में मेरे साथ जुड़ा. कुछ लोग यह बात समझ जायेंगे, कि मैं क्या कहना चाहता हूँ…”

टेनिस बॉल से खेलकर सीखा गुगली फेकना 

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भारतीय टीम का कोच पद छोड़ने के बाद अब पहली बार बोले अनिल कुंबले, किया ये चौकाने वाला खुलासा 3

अपने करियर को याद करते हुए दिग्गज अनिल कुंबले ने कहा, कि ”मैं 2003-04 के ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र करना चाहता हूँ. उस समय मैं अपने करियर के दोराहे पर खड़ा हुआ था. अंतिम ग्याराह में जगह बनाने के लिए मेरी सबसे बड़ी टक्कर हरभजन सिंह के साथ रहती थी. मैं 30 की उम्र को पार कर चुका था और लोग मेरे सन्यास को लेकर बातें करने लगे थे. मुझे एडिलेड टेस्ट खेलने का मौका मिला और हम जीत गये.

उस टेस्ट मैच के पहले दिन मैंने काफी रन खर्च किये थे, लेकिन दूसरे दिन मैं 5 विकेट लेने में सफल रहा. मुझे तब कुछ अलग करने की समझ आई. इसी कारण मैंने अलग तरह की गुगली फेकनी शुरू की, जो मैंने तभी सीखी थी. जब मैं टेनिस बॉल से क्रिकेट खेला करता था. तब मुझे एहसास हुआ, कि मैं अपने खेल में थोड़ा सुधर करने के लिए थोड़ा बदलाव कर सकता हूँ.”

 

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आप सभी को याद दिला दे, कि अनिल कुंबले देश के लिए सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. इतना ही नहि दिग्गज कुंबले के नाम पर एक टेस्ट शतक भी दर्ज हैं.

Akhil Gupta

Content Manager & Senior Writer at #Sportzwiki, An ardent cricket lover, Cricket Statistician.