उनकी रणजी ट्राफी 2018-19 क सत्र शुरू हो गया है. इस सत्र के शुरुआत में ही बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने खुद पर उठ सवालों का बल्ले से जवाब दिया है. मनोज तिवारी ने मध्यप्रदेश से खिलाफ शानदार दोहरा शतक लगाया है. उनके दोहरे शतक बाद उनकी भविष्य को लेकर उठ रहे सवालों को पर भी विराम लग गया है. उनकी इस पारी की वजह से बंगाल ने मध्यप्रदेश के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत कर ली है.
मनोज तिवारी ने दिखाया जलवा
मनोज तिवारी ने सोमवार के स्कोर से आगे खेलते हुए मंगलवार का दिन अपने ही नाम कर लिया है. तिवारी ने 31 रन से आगे खेलते हुए अपने इस दिन को अपने करियर का सबसे ख़ास दिन बना दिया था. मनोज तिवारी ने ईडन गार्डन्स पर सुबह 31 रन से आगे खेलना शुरू किया और नाबाद 201 रन की पारी खेली.
उन्होंने 279 गेंदों का सामना किया और 20 चौके, चार छक्के लगाए. मनोज तिवारी ने अपना दोहरा शतक पूरा करने के तुरंत बाद पारी समाप्त घोषित कर दी.
उनकी इस पारी के बाद उन्होंने एक बार फिर से साबित कर दिया कि उनमे अभी भी काफी ज्यादा क्रिकेट बाकि है और वो अभी काफी समय तक क्रिकेट खेल सकते है. उनकी इस वजह से बंगाल इस समय मजबूत हालात में हैं.
हाल में ही आई थी कप्तानी से हटाने की खबर
रणजी सत्र की शुरुआत से पहले ही कैब ने मनोज तिवारी से बिना बात किये ही बंगाल की टीम की घोषणा कर दी थी. इस दौरान कैब ने साफ़ किया था कि वो दो मैच केबाद टीम का प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे और उसके बाद इस बात का फैसला लेंगे कि मनोज तिवारी को पूरे सत्र के लिए टीम का कप्तान बनाया जाए या नही. जिसके बाद उनके भविष्य को लेकर काफी ज्यादा सवाल उठने लगे थे. वही अब उनके आलोचको को करार जवाब मिल गया हैं.