बीसीसीआई के सचिव, अनुराग ठाकुर ने कहा, बीसीसीआई डिआरएस पर बातचीत करने के लिए तैयार है. लेकिन उसमे अभी काफी खामियां है, जिसे सुधारने के बाद ही हम इसका इस्तेमाल करेंगे.
ठाकुर ने कहा, बीसीसीआई इसके खिलाफ इसलिए है, क्योंकी ये तकनीक अभी भी 100 प्रतिशत सही नहीं है. और जब हम टेकनोलॉजी की बात करते है, तो उसका सही होना जरूरी है. और एक बार सही तो एक बार गलत फैसला देती है, तो इसमे गडबड जरूर है. जो हमे 100 प्रतिशत चाहिए.
और उन्होंने कहा, हम एल्बी को छोडकर दुसरे सभी फैसलों के लिए ये टेकनोलॉजी इस्तेमाल करने पर तैयार है, क्योंकी एल्बी में काफी गडबड होती है.
ठाकुर ने कहा, हम भ्रष्टाचार के खिलाफ कडे कदम उठा रहे है. पहले हमसे गलती हुई, लेकिन अब हम सिस्टम में सुधार लाकर क्रिकेट को साफ करेंगे.
ठाकुर ने कहा, हम काफी अच्छा काम कर रहे है, और करीब 900 खिलाडियों को 50,000 से ज्यादा महीने की सैलरी देते है, जो कोई और बोर्ड नहीं देता. हमने युवा खिलाडियों के लिए आईपीएल जैसा बडा टुर्नामेंट रखा है, जिसमे उन्हें विश्व के हर बडे खिलाडियों के साथ खेलने का मौका मिलता है.
सभी को पता है कि, हमारा बोर्ड काफी बडा है, लेकिन हमे जो जो बुराईआ है उसे मिटाना होगा.
ठाकुर आईपीएल वर्किंग कमेटी का हिस्सा है, और 28 अगस्त को होने वाली मीटिंग में ये कमेटी आईपीएल के भविष्य बारे में चर्चा करेगी.
आखिर में उन्होंने कहा, अब इस मिटिंग में हम जो भी फैसला लेंगे, वो क्रिकेट के हित में ही होगा.