इंग्लैंड के 100 गेंद के क्रिकेट सीरीज से चिंतित सौरव गांगुली ने कहा खत्म हो जायेगा दिग्गज और साधारण का अंतर 1

भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने शुक्रवार को इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की 100 गेंदों की प्रतियोगिता के लिए अपनी चिंताओं को व्यक्त करने वाले कुछ अंग्रेजी खिलाड़ियों के साथ शामिल हुए. अभी तक टी20 क्रिकेट को ही इस खेल का सबसे छोटा फॉर्मेट माना जाता था, लेकिन अब इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड उससे भी छोटा फॉर्मेट यानी 100 ब़ॉल क्रिकेट लाने की तैयारी में है.

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आईसीसी से भी उसे इस बात की मंजूरी मिल चुकी है. लेकिन भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और एमसीसी वर्ल्ड क्रिकेट समिति के सदस्य सौरव गांगुली 100 गेंद के क्रिकेट मैच फॉर्मेट के पक्ष में नहीं हैं.

गांगुली का कहना है, “आपको यह ध्यान रखना होगा कि यह ऐसा ना हो कि दर्शक पलक झपकाएं और मैच खत्म हो जाए. जैसे-जैसे प्रारूप छोटा होता जाएगा अच्छे और साधारण का अंतर कम हो जाएगा.”

गांगुली मानते है कि टी-20 क्रिकेट की लोकप्रियता के बाद भी टेस्ट क्रिकेट सबसे चुनौतीपूर्ण बन गया है. उन्होंने कहा,

“इसमें आपको ध्यान, कौशल और तकनीक की जरूरत होती है. टी-20 ऐसे ही चलता रहेगा, यह व्यावसायिक और मनोरंजक होता है, लेकिन असली खेल बड़े प्रारूप का होता है. यह सबसे चुनौतीपूर्ण होता है.”

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गांगुली ने कहा,

यह वास्तव में 16.4 ओवर का खेल है. 50 ओवर से क्रिकेट 20 ओवर तक आया और अब लगभग साढ़े 16 ओवर तक. देखते हैं कि क्या होता है. मुझे लगता है कि उनके दिमाग में ओवरों की वजह 100 की संख्या है. हमें देखना होगा कि क्रिकेट और कितना छोटा होता है.”

गांगुली का मानना है कि खेल का प्रारुप जितना छोटा होता जाएगा, सर्वश्रेष्ठ और आम प्रतिभा के बीच अंतर कम होता जाएगा. प्रारुप जितना छोटा होता जाएगा, अच्छे और आम खिलाड़ी के बीच का अंतर उतना कम होता जाएगा. असल क्रिकेट तो टेस्ट मैच ही है क्योंकि आपको एक ही ऊर्जा से दिन के आखिरी सत्र तक गेंद फेंकनी होती है.

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उन्होंने कहा,

“इसलिए टेस्ट क्रिकेट अभी तक सबसे बड़ी चुनौती है. यहां आपको सुबह आकर गेंदबाजी करनी है फिर दिन में भी और फिर चायकाल के बाद भी और अंत तक आपको 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करनी होती है. इसके लिए एकाग्रता की जरूरत होती है, तकनीक की जरूरत होती है. टी-20 बना रहेगा क्योंकि इसके वित्तीय कारण हैं और इसमें मजा भी आता है लेकिन असल मजा लंबे प्रारुप में है.”

ईसीबी ने घरेलू टी-20 सीरीज की जगह 100 गेंद की मैच का प्रस्ताव भी दिया है, जिसमें छह गेंद की 15 ओवर के बाद आखिरी ओवर 10 गेंद का होगा. इसके सटीक विवरण को अभी तय नहीं किया गया है, आठ टीमों की यह सीरीज 2020 में शुरू होगी.