वेलिंगटन में 21 फरवरी से खेले जाने वाले टेस्ट मैच से पहले भारतीय कप्तान कोहली के लिए एक बात परेशानी का सबब बनी हुई है. दरअसल, भारतीय टीम के दल में रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा जैसे 2 शानदार विश्वस्तरीय ऑलराउंडर मौजूद है, लेकिन पिच और कंडीशन को देखते हुए इन दोनों में से किसी एक को ही अपनी प्लेइंग इलेवन में शामिल कर सकते हैं.
ऐसा रहा अश्विन और जडेजा का एशिया के बाहर 2013 के बाद प्रदर्शन
क्रिकइन्फो से उपलब्ध आंकड़ो के मुताबिक साल 2013 से एशिया के बाहर रविचंद्रन अश्विन ने 17 टेस्ट मैचों में 34.12 की औसत से कुल 56 विकेट हासिल किये हैं. साथ ही उन्होंने बल्ले के साथ भी 28.72 की औसत से रन बनाए हुए हैं.
वहीं अगर रविन्द्र जडेजा की बात करे, तो वह अपने खेले 13 टेस्ट मैचों में एशिया के बाहर 37.04 की औसत से 41 विकेट हासिल कर चुके हैं. रविन्द्र जडेजा ने 27.65 की बल्लेबाजी औसत के साथ टीम के लिए योगदान दिया है.
कप्तान विराट की पसंद हो सकते हैं रविन्द्र जडेजा
हाल के कुछ महीनों में देखा गया है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली की पसंद रविन्द्र जडेजा रहे हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी कप्तान ने रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर रविन्द्र जडेजा को पहले प्राथमिकता दी थी.
रविन्द्र जडेजा ने अपने कप्तान को निराश भी नहीं किया है. जब भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका मिल रहा है. वह टीम के लिए विकेट भी हासिल कर रहे हैं और साथ ही रन भी बना रहे हैं. घरेलू सीरीज में कप्तान ने उनसे नंबर-6 की पोजीशन पर बल्लेबाजी कराई थी और अपनी इस भूमिका को जडेजा ने बखूबी निभाया था.
अश्विन को बैठना पड़ सकता है बाहर
वेलिंगटन में खेले जाने वाले सीरीज के पहले टेस्ट मैच में भी कप्तान कोहली अपना भरोसा रविन्द्र जडेजा पर ही दिखा सकते हैं, जिसके चलते अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठना पड़ सकता है.
रविचंद्रन अश्विन जैसे बड़े खिलाड़ी को टीम की प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना कप्तान के लिए एक काफी कठिन फैसला होता है, लेकिन पिच और कंडीशन को ध्यान में रखते हुए विराट कोहली को यह फैसला लेना पड़ सकता है.
भारत इस टेस्ट मैच में 6 स्पेशलिस्ट बल्लेबाज एक विकेटकीपर एक स्पिनर और तीन तेज गेंदबाज के साथ जाने की योजना बना रहा है और इस बात के संकेत खुद भारतीय कप्तान विराट ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी दिए थे.