ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेला जा रहा एडिलेड टेस्ट भारतीय क्रिकेट टीम ने पूरे 31 रनों से जीतकर अपने नाम किया. एडिलेड टेस्ट के अंतिम दिन के खेल में विराट एंड कंपनी को मैच जीतने के लिए पूरे 6 विकेट की जरूरत थी और टीम इंडिया के गेंदबाजो ने यह छह विकेट हासिल कर देश को एक यादगार और ऐतिहासिक जीत का तोहफा दिया.
एडिलेड टेस्ट मैच में भारतीय टीम के सभी गेंदबाजो ने काबिले तारीफ गेंदबाजी की… चाहे हम तेज गेंदबाजो (इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह) की बात करे या दिग्गज स्पिन गेंदबाज (रविचंद्रन अश्विन) की… लेकिन टीम की जीत में टॉप आर्डर के सबसे अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा के योगदान को भी भुलाया ना जा सकता.
पुजारा बने ‘मैन ऑफ़ द मैच’
एडिलेड टेस्ट मैच में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद चेतेश्वर पुजारा को ‘प्लेयर ऑफ़ द मैच’ के अवार्ड से सम्मानित किया गया. आप सभी को बता दे, कि चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शानदार 123 और दूसरी पारी में दमदार 71 रनों की पारी खेली थी.
‘मैन ऑफ़ द मैच’ का अवार्ड हासिल करने के बाद चेतेश्वर पुजारा ने अपने बयान में कहा, कि
”सबसे महत्वपूर्ण बात मेरे लिए तैयारी रही. जब मैं घर पर था, तब मुझे पता था ऑस्ट्रेलियन पिच कैसी होगी. पहली पारी में लगाया शतक मेरे लिए सबसे स्पेशल रहा. आख़िरकार हम टेस्ट मैच जीतने में सफल हुए और इस जीत का पूरा श्रेय हमारे तेज गेंदबाजो को जाता है. पहली पारी में 15 रनों की बढ़त से हमे मनोवैज्ञानिक लाभ मिला. एक दूसरे पर किया गया विश्वास टीम के काम आया…
देश के लिए खेलते हुए मुझे अब काफी अनुभव हो गया हैं और मैं हमेशा उसे बैक करने की कोशिस करता हूँ. हमारी बल्लेबाजी पर हमे अभी भी थोड़े से सुधार की जरूरत है और हम उस पर काम भी कर रहे हैं…
हम अपनी गलतियों से लगातार सीख रहे हैं और दूसरी पारी में हमारी टीम ने अच्छी बल्लेबाजी भी की. आज मैं जो कुछ भी हूँ, अपने पिता के कारण ही हूँ. वो थे, जिन्होंने मात्र मेरी आठ साल की उम्र से ही क्रिकेट की कोचिंग देना शुरू कर दिया था. आज उनको वाकई में गर्व महसूस हो रहा होगा.”
आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया हो तो प्लीज इसे लाइक करें। अपने दोस्तों तक इस खबर को सबसे पहले पहुंचाने के लिए शेयर करें। साथ ही कोई सुझाव देना चाहे तो प्लीज कमेंट करें। अगर आपने हमारा पेज अब तक लाइक नहीं किया हो तो कृपया इसे लाइक करें, जिससे लेटेस्ट अपडेट आपको हम जल्दी पहुंचा सके।