ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेली जा रही है। इस टेस्ट सीरीज के तहत चार टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं। जिसमें दोनों ही टीमों के बीच अब तक दो टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सिडनी में होने वाला है, लेकिन इस टेस्ट मैच से ठीक पहले कुछ विवाद सामने आया है जिसके बाद टेंशन बढ़ती जा रही है।
भारत के खिलाड़ियों के रेस्टोरेंट में जाने का मामला
सिडनी में तीसरा टेस्ट मैच 7 जनवरी से खेला जाएगा, लेकिन इससे ठीक पहले भारतीय क्रिकेट टीम के पांच खिलाड़ियों के द्वारा मेलबर्न में एक रेस्टोरेंट में खाना खाने जाने को लेकर मामला बढ़ता ही जा रहा है।
भारतीय टीम के 5 खिलाड़ी रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, शुभमन गिल, नवदीप सैनी और पृथ्वी शॉ का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वो एक रेस्टोरेंट में खाना खाते दिखायी दे रहे हैं। इसके बाद कोरोना काल में बाहर जाने के कारण मामला तूल पकड़ रहा है।
बीसीसीआई ने कर दिया है जांच करने से इनकार
भारत के ये खिलाड़ी कोरोना काल के बीच बायो बबल के प्रोटोकॉल तोड़ने के कारण सवालों के घेरे में आ चुके हैं। जिसे लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया कार्रवाही करने की बात कर रहा है और वो इस मामले में जुटा हुआ है। साथ ही बीसीसीआई से भी मामले की जांच की अपील कर चुका है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इन सभी खिलाड़ियों को प्रोटोकॉल तोड़ने के दोषी पाए जाने पर अगले टेस्ट मैच में खेलने से रोकने की फिराक में दिख तो रहा है, लेकिन लगता है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की दाल गलने वाली नहीं है। क्योंकि बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों के साथ ही जिन्होंने जांच करने से भी इनकार कर दिया है।
सीए कर सकता है केवल अपने खिलाड़ियों की जांच
ऐसे में ऑस्ट्रेलिया सोच रही थी कि अगले टेस्ट मैच में रोहित शर्मा, शुभमन गिल और ऋषभ पंत के खेलने मुश्किल हो जाए लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इन खिलाड़ियों पर खुद से किसी तरह का एक्शन नहीं ले सकता है। क्योंकि भारत के खिलाड़ियों पर एक्शन लेने का अधिकार बीसीसीआई के पास होगा।
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की माने तो रोहित शर्मा, ऋषभ पंत समेत पांच खिलाड़ी अगर बायो बबल उल्लंघन के दोषी भी पाए जाते हैं, तो भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया उनका कुछ नहीं कर सकता। दरअसल क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया सिर्फ अपने ही खिलाड़ियों पर कार्रवाई कर सकता है। बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों के साथ खड़ा है और हर हाल में ये खिलाड़ी सिडनी टेस्ट खेलेंगे।