दक्षिण अफ्रीका में खेले गये अंडर-19 विश्व कप में बांग्लादेश की टीम ने फ़ाइनल में भारत को हराकर पहली बार खिताब अपने नाम कर लिया. जीत के बाद मैदान पर बांग्लादेशी खिलाड़ी भारत के खिलाड़ियों से भिड़ते हुए नजर आयें. जिस पर सभी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. अब खुद बांग्लादेश अंडर-19 टीम के कप्तान अकबर अली ने टीम के तरफ से माफ़ी मांगी है.
मैदानी झगड़े पर बांग्लादेश अंडर-19 के कप्तान बोले
अंडर-19 विश्व कप के फ़ाइनल में बांग्लादेश की टीम ने डकवर्थ लुईस नियम से जीत दर्ज करके पहली बार खिताब अपने नाम कर लिया. जीत के बाद उनके खिलाड़ी मैदान पर मौजूद इंडिया अंडर-19 के खिलाड़ियों से भिड़ते हुए नजर आयें. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है. जिस पर अब खुद बांग्लादेश के कप्तान भी बोले हैं. मैदानी झगड़े पर बोलते हुए बांग्लादेश अंडर-19 टीम के कप्तान अकबर अली ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि
” मैं कहना चाहूँगा कि जो कुछ भी हुआ वो नहीं होना चाहिए था. मुझे पता भी नहीं है कि दरअसल मैदान पर हुआ क्या और मैंने इसके बारें में किसी से कुछ पूछा भी नहीं है अभी तक. लेकिन आप जानते जो की फ़ाइनल के बाद इमोशन बाहर आता है. जिसके कारण कुछ समय टीम के खिलाड़ी बहुत ज्यादा जोश में आ जाते हैं.”
टीम के व्यवहार पर कप्तान ने मांगी माफ़ी
इंडिया अंडर-19 टीम के कप्तान प्रियम गर्ग ने इसे बहुत गलत व्यवहार बताया था. उसके साथ उन्होंने मैदानी झगड़े को लेकर बहुत निराशा जताई थी. जिसके बाद बांग्लादेश अंडर-19 टीम के कप्तान अकबर अली ने उस बारें में बोलते हुए कहा कि
” मेरे हिसाब से इमोशन बाहर आ रहे थे. एक युवा होने के नाते मैं यह कहना चाहूँगा की ये किसी भी स्थिति और व्यवहार में नहीं होना चाहिए. अपने विपक्षी टीम को हमें सम्मान देना चाहिए. उसके साथ ही खेल की इज्जत भी होनी चाहिए. क्रिकेट को जेंटलमैन खेल कहा जाता है. अपनी टीम की तरफ से मैं मांफी मांगता हूँ.”
कुछ तरह से बनी थी झगड़ें की भूमिका
ख़िताब जीतने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ भारत के खिलाड़ियों से भिड़ते हुए नजर आयें. जो मामला बहुत ज्यादा बढ़ भी गया था. हालाँकि उसके बाद मैदान पर अंपायर और कोचिंग स्टाफ दोनों को बीच बचाव के लिए उतरना पड़ा. जो क्रिकेट के जेंटलमैन खेल की छवि के लिए बहुत बड़ा झटका था. मैच में पहली गेंद के साथ ही बांग्लादेश ने स्लेजिंग करना शुरू कर दिया था. जिसको उन्होंने उसके बाद पूरे मैच के दौरान बढ़ाया जो की एक गलत फैसला था.