आईपीएल अब खत्म होने वाला हैं. 21 मई को इस बात का निर्णय हो जाएगा कि आईपीएल 10 का विजेता कौन था. लेकिन आईपीएल में कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने ने अपने प्रदर्शन से सब सबका ध्यान अपनी और खिंचा हैं. ऐसे ही खिलाड़ियों में से एक हैं बंसील थम्पी.
थम्पी का प्रदर्शन आईपीएल में शानदार रहा हैं. उन्होंने आईपीएल में 12 विकेट हासिल किये हैं. जिसमे ज्यादातर विकेट बड़े खिलाड़ियों के हैं. इसके अलावा लगतार यार्कर डालने की क्षमता ने उन्हें भारतीय टीम के चयनकर्ताओ के ध्यान में भी ला दिया हैं.
एक सपने जैसा रहा हैं आईपीएल का सफ़र
हाल में ही थम्पी कक्कड़ में राजगिरि कॉलेज के मैदान में अपने क्लब, स्वानों द्वारा आयोजित अंडर 15 टूर्नामेंट के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जहां बच्चों ने उनके साथ काफी फोटो क्लिक किये.
इस पर बोलते हुए थम्पी ने कहा कि बच्चे अपने पसंदीदा क्रिकेटर के साथ फोटो लेने के लिए उत्साहित होते हैं. मैं भी पांच साल पहले बिल्कुल उनके जैसा था. मैंने 2012 में अपने दोस्त की एक कंपनी में काम करना शुरू किया. ये कंपनी रणजी खेलने वाले खिलाड़ियों को खाना पहुंचती थी. इसी दौरान जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक बार एस श्रीसंत, रेपिली विन्सेन्ट गोमेज़ और सोनी चेरुवतुर से मिला था. उनसे मिल कर मैं बहुत खुश हुआ था. मैंने उन खिलाड़ियों को देख कर बहुत कुछ सीखा हैं. ऐसे में जब आज लोग मेरे प्रदर्शन के बारे में बात करते हैं तो मैं भी बहुत खुश होता हूँ.
आईपीएल में लिए बड़े खिलाड़ियों के विकेट
थम्पी ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया हैं. उन्होंने ने आईपीएल में 11 विकेट लिए थे. जिसमे उन्होंने अमला , गेल , धोनी जैसे बड़े खिलाड़ियों के विकेट हासिल किये हैं.
गेल का विकेट लेना मेरे लिए यादगार हैं
अपने पहले विकेट के बारे में बात करते हुए उन्होंने ने कहा कि आईपीएल में अपना पहला विकेट गेल के रूप में हासिल करना शानदार था. क्रिकेट बुक में हमेशा यही यही दर्ज होगा कि गेल मेरा पहला विकेट था. मेरे लिए ये अनुभव बेहद शानदार था.
मैं जब छोटा था तो लोग जब मुझसे पूछते थे कि तुम किस टीम के लिए आईपीएल खेलना चाहते तो हमेशा मैं बंगलौर के लिए खेलना चाहता हूँ. क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि गेल मेरे खिलाफ रन बनाएं. लेकिन किस्मत से मैंने उनके खिलाफ ही आईपीएल में डेब्यू किया था और उनको ही आउट किया था.
मुनाफ पटेल और स्ट्रीक ने बहुत मदद की
अपने प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए उन्होंने ने कहा कि मुनाफ भाई और स्ट्रीक सर ने मेरी बहुत मदद की हैं. ड्रेसिंग रूम का माहौल भी बहुत अच्छा था. जिससे युवा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिलता हैं. मुझे अपना पहला विकेट लेने में चार मैच लगे लेकिन इसके बाद भी कप्तान ने मुझ पर भरोसा बनाए रखा . और उनकी वजह से ही मैं अच्छा प्रदर्शन कर पाया हूँ.