रोहित शर्मा ने कहा, कि टीम में किसी भी खिलाड़ी की कोई खास बल्लेबाजी पोजीशन तय नहीं है| उसने कहा, कि जब हमें वनडाउन से पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया तो इस फैसले की कड़ी आलोचना हुई थी| रोहित ने टेस्ट में अपना दूसरा अर्द्धशतक जमाया और कप्तान विराट कोहली के बाद सबसे ज्यादा रन भी बनाए हैं|
तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन के खेल के बाद जब उनसे उनके बल्लेबाजी का स्थान पूछा गया तो उसने कहा, कि अगर आप किसी भी खिलाड़ी से ये पूछो कि आप का बल्लेबाजी का स्थान क्या है तो वो ये नही कहेगा कि मेरा स्थान ऊपर से दूसरा है या नीचे से पांचवा स्थान है| एक बल्लेबाज की हमेशा यही ख्वाईश रहती है कि वो ऊपर की क्रम में रहे ताकि उसे ज्यादा गेंद खेलने को मिले जिससे वो बड़ा स्कोर बना सके|
रोहित शर्मा ने कहा, कि टीम प्रबंधन को लगा कि मुझे नंबर पांच पर बल्लेबाजी करनी चाहिए और उन्होंने मुझसे बात की और जैसा वे चाहते थे मैं उससे सहमत था। मैं अपनी प्राथमिकता नहीं रख सकता। यह टीम से जुड़ा खेल है और आपको वही करना होता है जो टीम आपसे चाहती है। उन्होंने कहा कि जब हमने गाले में शुरुआत की तो यह सीरीज पूरी तरह से भिन्न थी। वहां का विकेट पूरी तरह भिन्न था। उसने कहा जब आप अलग-2 पोजीशन पर खेलते हो तो आप की मानसिकता बदल जाती है|
रोहित ने कहा,कि बाहर हमारी हमेशा से आलोचना होती रही है कि मैं अपनी क्षमता के अनुरूप नही खेलता हु| लेकिन इस बात से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है कि लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं क्योंकि इससे मेरी क्रिकेट को मदद नहीं मिल रही है। केवल कड़ी मेहनत और लगातार बेहतर बल्लेबाज बनने से ही मुझे मदद मिलेगी और मैं इस पर कायम रहूंगा।