अभी तक क्रिकेट जगत और लोगों के दिमाग में गहमागहमी बरकरा हैं, कि अचानक से ही भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एकदिवसीय और टी ट्वेंटी क्रिकेट की कप्तानी पद से इस्तीफा क्यों दे दिया.
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव और महेंद्र सिंह धोनी के अच्छे दोस्त आदित्य वर्मा का नाम भी इन्हीं कुछ चुनिन्दा लोगों में शामिल हैं. दरअसल बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव आदित्य वर्मा का ऐसा मानना हैं, कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने महेंद्र सिंह धोनी को एकदिवसीय और टी ट्वेंटी क्रिकेट की कप्तानी छोड़ने पर विवश किया हैं.
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रविवार, 8 जनवरी को ”टाइम्स ऑफ इंडिया” को दिए अपने एक इंटरव्यू में (बीसीए) के सचिव आदित्य वर्मा ने अपना बयान देते हुए कहा, कि-
”मौजूदा समय में बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी झारखण्ड को रणजी ट्राफी में गुजरात के हाथों मिली सेमी फाइनल मैच की हार से बहुत निराश हो गये थे. धोनी उस बड़े मैच में झारखण्ड की टीम के मेंटर की भूमिका निभा रहे थे, लेकिन जब झारखण्ड मैच हार गयी तो, उसके बाद अमिताभ चौधरी ने भारतीय टीम के चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद से फोन पर बातचीत की और भारतीय क्रिकेट के भविष्य और आने वाले बड़े मुकाबलों के बारे में सोचने के लिए कहा.”
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बीसीए के सचिव आदित्य के अनुसार-
”अमिताभ चौधरी और एमएसके प्रसाद की ऐसी बातचीत से परेशान होकर महेंद्र सिंह धोनी सीमित ओवर्स की कप्तानी छोड़ने पर मजबूर हो गये.”
गौरतलब हैं, कि महेंद्र सिंह धोनी और एमएसके प्रसाद के बीच बुधवार, 5 जनवरी को नागपुर में झारखण्ड और गुजरात के सेमी फाइनल मैच के दौरान काफी लम्बी बातचीत और किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा विचार विमर्श किया गया था. जिसके कुछ समय के बाद ही धोनी ने कप्तानी के पद से इस्तीफा दे दिया था.