भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने शनिवार को यह फैसला किया कि आईपीएल 2017 के टीवी राइट्स टेंडर के ज़रिय बेचे जायेंगे. आईपीएल में पिछले साल कई विवाद खड़े हुए थे और उन विवादों के चलते दो टीमें इस साल हुई आईपीएल में हिस्सा नहीं ले सकी थी.
फ़िलहाल टीवी पर आईपीएल दिखने के राइट्स सोनी पिचर्स नेटवर्क के पास है जोकि साल 2017 में समाप्त हो रहा है, और ऐसे में सबसे बड़ा झटका बीसीसीआई के इस फैसले से सोनी को लगा है. सोनी का मानना है कि उन्होंने आईपीएल की सफलता में एक अहम योगदान दिया है और भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ऐसा फैसला करके उन्हें निराश किया है.
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एक ओर जहाँ बीसीसीआई टेंडर से बड़ी संख्या में मुनाफा देख रही है, तो वही लोधा कमिटी की एक बात यह भी थी कि सभी टीवी राइट्स टेंडर के ज़रिये दिए जाये जिससे सभी के लिए पारदर्शिता बनी रहे. लेकिन इसका नुक्सान केवल सोनी को ही होगा.
सोनी इस समय भारतीय टीवी बाज़ार पर राज कर रहा है और उसका मख्य कारण है, आईपीएल और अगर आईपीएल ही सोनी से अलग हो जायेगा तो इससे सोनी को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
ESPNCRICINFO से बात करते हुए एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि हमने उनसे कई बार बात करी और हमेशा हमने यही कहा कि इस समय यह (आईपीएल राइट्स) दुनिया में सबसे बड़ी स्पोर्ट्स की डील है और इसके राइट्स को टेंडर के ज़रिये ही बेचना चाहिए. और कोई रास्ता नहीं है.
केवल एक ही पारदर्शिता भरा रास्ता हमे दिखाई देता है और वो है टेंडर का. और हम इस रस्ते के ज़रिये आईपीएल के राइट्स की असल कीमत जान सकते है.
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सोनी के सीईओ एन पी सिंह, ने बताया कि यह प्रस्ताव हमने उनके सामने रखा था और हम चाहते है कि बीसीसीआई अब इस पर गौर दे और सही निर्णय निकाल सके.
“हमने काफी मेहनत की है आईपीएल को आज वो जहा है वह तक पहुचाने में. इस सफ़र में बीसीसीआई ने और फ्रंचायिज़ ने काफी साथ दिया है और हम चाहेंगे कि आगे हम युही काम करते रहे.”
बीसीसीआई के सूत्र ने बताया है कि ऐसा भी मुमकिन है कि अगर दोनों पक्षों में बात नहीं बनी तो सोनी बीसीसीआई को कोर्ट में ले जा सकता है.