भारतीय खिलाड़ियों को अब विराट कोहली की टीम में खेलने के लिए अपने फिटनेस पर विशेष ध्यान देना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि बीसीसीआई ने यो यो टेस्ट को पास करने के स्कोर को पहले से .4 अंक बढ़ा दिया है। पहले यो यो टेस्ट को पास करने के लिए खिलाड़ियों को 16.1 अंक की जरूरत होती थी वहीं अब खिलाड़ियों को 16.5 अंक की जरूरत पड़ेगी।
BCCI has finally increased the YoYo test benchmark to 16.5 from the 16.1 and is also planning to increase it to 17.0 soon. This means Suresh Raina and Yuvraj Singh will need to pass the Yo-Yo test again.
— BCCI Men (@BCCI_Men) January 21, 2018
इस लिहाज से भारतीय टीम में वापसी करने के लिए संघर्ष करने वाले दो पुराने खिलाड़ी युवराज सिंह और सुरेश रैना को फिर से यो यो टेस्ट पास करना पड़ेगा। हालांकि उन्होंने पहले यो यो टेस्ट पास कर लिया था लेकिन नए मापदंडों के हिसाब से ये दोनों खिलाड़ी यो यो टेस्ट में पास नहीं हो पाएंगे इसलिए दोनों को दोबारा पास करने लिए पहले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।
विराट, पांड्या, मनीष पांडे, धोनी के यो यो स्कोर है ज्यादा
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय टीम में बड़ी बड़ी टीमों के खिलाफ मैच खेलने के लिए खिलाड़ियों में लाजवाब स्टेमिना, मानसिक तौर काफी मजबूत और भी काफी मापदंडों पर खरा उतरना पड़ता हैं। जिसके लिए यो यो टेस्ट की एक प्रक्रिया निर्धारित हैं। इसको पास करने के बाद पता चलता है कि खिलाड़ी की फिटनेस किस लेवल की है। मौजूदा कप्तान विराट कोहली भी खूद एक बड़े ही फिटनेस वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपने यो यो टेस्ट में 19 अंक का स्कोर बनाया था वहीं उनके साथ, धोनी, मनीष पांडे और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी यो यो टेस्ट में सबसे अधिक स्कोर करने वाले भारतीय खिलाड़ियों की लिस्ट में हैं। इस लिस्ट में सबसे ऊपर ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या हैं। उन्होंने यो यो टेस्ट को 19.5 अंक के स्कोर से पास किया है।
पाकिस्तान का भी यो यो स्कोर इंडिया से ज्यादा
हालांकि दूसरी अंतरराष्ट्रीय टीमों की अगर बात करें तो उनके यो यो टेस्ट के पासिंग स्कोर भारत से काफी ज्यादा होते हैं। यहां तक कि पाकिस्तान ने भी अपना पासिंग स्कोर 17 रखा हैं जो कि भारतीय टीम के स्कोर को बढ़ाने के बाद भी कम है। वहीं साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में यो यो टेस्ट का पासिंग स्कोर काफी ज्यादा है। ऑस्ट्रेलियन टीम के औसत पासिंग स्कोर करीब 21 अंक रहता है जो भारत से कहीं ज्यादा है।