भारतीय टीम के श्रीलंका दौरे पर जाने के बाद खुला राज, इसलिए जहीर खान और राहुल द्रविड़ को बनाया गया विदेशी दौरों पर कोच! 1
pc: getty images

पिछले एक महीने से टीम इंडिया के कोच को लेकर चल रही उठापटक आखिरकार खत्म हो चुकी हैं. टीम के पूर्व निर्देशक रवि शास्त्री को टीम का कोच बना दिया गया हैं. उनके साथ ही टीम के सहायक स्टाफ में उनके भरोसेमंद साथी भरत अरुण को भी टीम में जगह दे दी गई हैं. लेकिन भरत अरुण को महान गेंदबाज़ ज़हीर खान के ऊपर प्राथमिकता मिलने के बाद से बीसीसीआई पर सवालों का एक दौर शुरू हो चुका हैं. जिससे बचने के लिए बीसीसीआई ने ज़हीर खान को विदेशी दौरे पर टीम के साथ रहने के लिए कह दिया हैं, लेकिन क्या आप को पता है बीसीसीआई ने ऐसा क्यों किया हैं. अगर आप को नही पता है तो आज हम आप को बताएँगे ऐसा क्यों किया हैं.

समिति ने ही चुना था सहायक स्टाफ  

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रवि शास्त्री को कोच बनाए जाने के बाद समिति ने टीम के सहायक स्टाफ का भी चयन किया था. विदेशी दौरे में टीम के खराब प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए  समिति ने आने वाले दौरे के लिए टीम के सहायक स्टाफ में ज़हीर खान और राहुल द्रविड़ को जोड़ा था. इसमें ज़हीर खान टीम के गेंदबाज़ी कोच की भूमिका अदा करते जबकि राहुल द्रविड़ विदेशी दौरे पर बल्लेबाज़ी कोच की भूमिका अदा करते, लेकिन बाद रवि शास्त्री की जिद्द की वजह से ज़हीर खान की जगह भरत अरुण को टीम का गेंदबाज़ी कोच बना दिया गया हैं. जबकि ज़हीर खान की भूमिका विदेशी दौरे तक ही सीमित कर दी गई हैं.

डैमेज कंट्रोल करना चाहती हैं बीसीसीआई 

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भारतीय टीम के श्रीलंका दौरे पर जाने के बाद खुला राज, इसलिए जहीर खान और राहुल द्रविड़ को बनाया गया विदेशी दौरों पर कोच! 3

ज़हीर खान भारत के महानतम तेज़ गेंदबाज़ के रूप में देखे जाते हैं. आपने पुरे करियर के दौरे कभी भी ज़हीर खान किसी भी विवाद में नही पड़े हैं. उनका करियर भी बेहद शानदार रहा हैं. कोच के रूप में जिस तरह से उन्होंने दिल्ली की टीम को आईपीएल में आगे लेकर आए थे वो शानदार था. टीम के स्टार खिलाड़ी कमिंस ने तो यहाँ तक कह दिया कि “अगर मेरा बस चले तो मै ज़हीर खान को अपने साथ लेकर चले जाऊं. वो अपने आप में चलते हुए एक क्रिकेट की किताब हैं.”

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वही मोरिस ने भी अपनी गेंदबाज़ी में सुधार का श्रेय ज़हीर खान को दिया था. ऐसे में इतना अच्छा रिकॉर्ड  होने केबाद ज़हीर खान को टीम में जगह न मिलने के बाद बीसीसीआई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाना लाजमी था. इन सवालों से बचने और अपनी इमेज को साफ़ करने के लिए ही बीसीसीआई ने ज़हीर खान को टीम में एक भूमिका दे दी हैं .

इसमें कोई शक नही हैं कि ज़हीर खान इससे बेहतर के हकदार थे. लेकिन उनका टीम के साथ कुछ समय के लिए भी होना टीम के तेज गेंदबाजों के असरदायक होगा.