बीसीसीआई ने सिक्किम के अंडर-19 खिलाड़ी पर उम्र छुपाने के आरोप का आरोप लगने के बाद बैन कर दिया है। भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस तरफ की गलती करने वाले वालों को माफ़ नहीं किया जाएगा। खिलाड़ी पर 2 साल का बैन लगाया गया है।
मनोज गुरुंग नाम का खिलाड़ी
जिस खिलाड़ी को बैन किया गया है उनका नाम मनोज गुरुंग है। स्पोर्ट्स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई की तरफ से सिक्किम क्रिकेट एसोसिएशन पत्र लिखकर कहा है कि गंगटोक का यह खिलाड़ी इस सत्र से बीसीसीआई से जुड़े टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकता।
इसमें कहा गया है कि गुरुंग ने 2014 में कूच विहार ट्रॉफी के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। उस समय इस खिलाड़ी नहीं अपना जन्म वर्ष 1997 लिखवाया था। इसबार इस खिलाड़ी ने फिर से अपना रजिस्ट्रेशन कराया है और 2000 की जन्मतिथि का सर्टिफिकेट दिया है। इसके बाद बीसीसीआई को लगा कि डॉक्यूमेंट से कोई छेड़छाड़ की गई है।
सिक्किम क्रिकेट एसोसिएशन ने किया स्वागत
बीसीसीआई के इस फैसले का सिक्किम क्रिकेट एसोसिएशन ने स्वागत किया है। इसके बाद एससीके पर भी सवाल उठने लगे हैं। हालाँकि, एसोसिएशन की सेक्रेटी सोनम भूटिया ने इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा
“यह बीसीसीआई द्वारा लिया गया एक बहुत अच्छा कदम है, और इससे खिलाड़ियों को ऐसे गलत कामों को करने से रोका जा सकता है। एसोसिएशन इस मामले पर पूरी तरह बोर्ड के साथ है और पूरा सहयोग भी करेगा।”
कई बार उठते हैं सवाल
यह पहला मौका नहीं है जब किसी खिलाड़ी ने उम्र के सर्टिफिकेट में धांधली की हो। पहले भी खिलाड़ियों पर उनके उम्र को छुपाने के आरोप लगते रहे हैं। उसमें सिर्फ सिर्फ ही नहीं बल्कि सब- कॉन्टिनेंट के सभी देश शामिल हैं। बोर्ड के इस कदम के बाद खिलाड़ियों में जरुर खौफ होगा और वह अब इस तरह के गलत काम करने से बचना चाहेंगे।