बीसीसीआई ने ज़हीर खान की भूमिका पर यू-टर्न लिया हैं. अब बीसीसीआई का कहना है, कि द्रविड़ की तरह ही ज़हीर खान भी विदेशी दौरे पर सिर्फ गेंदबाजी सलाहकर की भूमिका में होगे.
बीसीसीआई ने लिया यू-टर्न
बीसीसीआई ने मंगलवार को ऐलान किया था, कि रवि शास्त्री टीम के प्रमुख कोच होगे, जबकि ज़हीर खान गेंदबाजी कोच होगे. राहुल द्रविड़ को विदेशी दौरे पर बल्लेबाज़ी सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था. इस घोषणा के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासनिक समिति (CoA) के अध्यक्ष विनोद राय ने कहा था, कि क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) ने अपने अधिकार की सीमा से बाहर जाकर सहायक स्टाफ का चयन किया है. इसके बाद गुरुवार(13 जुलाई) को बीसीसीआई ने नया बयान जारी कर यह स्पष्ट कर दिया है, कि सहायक स्टाफ के मुद्दे पर भारतीय टीम और रवि शास्त्री के कहने पर ही कोई निर्णय लिया जाएगा.
CoA के अध्यक्ष विनोद राय को सीएसी ने भेजा ई-मेल
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सचिन तेंदुलकर, सचिन गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने CoA के अध्यक्ष विनोद राय को ई-मेल भेजा है.
ईमेल में कहा गया, “हमने श्री शास्त्री से श्री खान और श्री द्रविड़ की नियुक्ति के बारे में बात की थी और वो उन दोनों(ज़हीर और द्रविड़) को टीम प्रशासन में शामिल करने के लिए पूरी तरह तैयार थे, क्योंकि इससे भारतीय क्रिकेट को फ़ायदा होगा. श्रीमान शास्त्री की सहमति के बाद ही श्री खान और श्री द्रविड़ की नियुक्त की अनुशंसा की गई.”
सीएसी के ईमेल के बाद बीसीसीआई ने सीएसी के दावों की पुष्टि करते हुए कहा, “सीएसी ने उनसे परामर्श किया था और टीम की आवश्यकता के अनुसार विदेशी दौरे पर बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकारों की नियुक्ति फैसला किया.”
ज़हीर की जगह भरत अरुण को गेंदबाजी कोच बनाना चाहते थे शास्त्री
अपनी सहमती के बावजूद बोर्ड जहीर और द्रविड़ को शामिल जाने के बाद मुख्य कोच शास्त्री ने नाराजगी व्यक्त की थी. शास्त्री चाहते थे, कि ज़हीर खान की जगह भरत अरुण भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच बनाये जाए. 2014-2016 के दौरान जब रवि शास्त्री भारतीय टीम के डायरेक्टर थे, भरत अरुण ने बतौर गेंदबाजी कोच शास्त्री के साथ काम किया था. यही कारण है, कि शास्त्री ज़हीर के स्थान पर अरुण को गेंदबाजी कोच बनाना चाहते थे.