भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) महिलाओ के लिए पुरुष क्रिकेटरो के तरह टी-ट्वेंटी लीग शुरू करने की सोच रही हैं. भारतीय महिलाओ को बिग बैश जैसे लीग में अनुमति देने के बाद अपनी खुद की आईपीएल जैसी लीग शुरू करने की सोच रही हैं.
महिला क्रिकेट के सुधार के लिए यह व्यापक प्लान बनाया है, जिससे महिला क्रिकेट को बढ़ावा मिलेगा.
अनुराग ठाकुर ने कहा “बीसीसीआई भारतीय महिला क्रिकेट का विकास चाहती है और 2020 तक नंबर 1 बनाना चाहती हैं. बीसीसीआई ने अगले 5 वर्षो के लिए महिला कार्य सिमिति से जुलाई तक सुझाव मांगे हैं”.
अपनी खुद की टी-ट्वेंटी का आयोजन महिला क्रिकेट के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता हैं. अगर महिला कार्य सिमिति बीसीसीआई को आईपीएल जैसे लीग का सुझाव देती है, तो इस से महिला क्रिकेट को बढ़ावा मिलेगा साथ ही उनके क्रिकेट में भी सुधार आयेंगा.
कुछ भारतीय महिला क्रिकेटर की बिग बैश महिला लीग में बेहद अधिक मांग देखने को मिल रही हैं. हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधना, वेदा कृष्णामूर्ति, मिताली राज, और झूलन गोस्वामी जैसी बड़ी महिला क्रिकेटर बिग बैश लीग में खेलने के लिए बेहद उत्सुक दिखाई दे रही हैं.
बिग बैश महिला लीग की टीम सिडनी थंडर्स की जरनल मैनेजर निक कमिंस का कहना हैं कि “यह महिला क्रिकेट के लिए बेहद अच्छी बात है, कि अब भारतीय बिग बैश महिला लीग की हिस्सा होगी. मुझे नहीं लगता कि हम बिना भारतीय खिलाड़ियों के बिग बैश महिला लीग को सबसे अच्छी टी-ट्वेंटी लीग कह सकते हैं. भारतीय टीम ने अपने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर यह दिखाया है, कि भारत टीम में कई बड़े नाम है जों बिग बैश लीग को और भी बेहतर बना सकते हैं. हमे एक विदेशी खिलाड़ी की जरुरत है ऐसे में भारतीय खिलाड़ी हमारे दिमाग में हैं”.
बिग बैश जैसी विदेशी लीग में खेलने से भारतीय महिलायों को निश्चित तौर पर फायदा होगा. अब देखना यह होगा की बिग बैश लीग में किस-किस महिला खिलाड़ियों को टीम में जगह मिलती हैं.