भारतीय क्रिकेट बोर्ड और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउन्सिल के बीच काफी समय से मन मुटाव चलता आ रहा है. बीसीसीआई ने बुधवार को धमकी दी कि टीम इंडिया अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्राफी से नाम वापस ले लेगी. दरअसल बीसीसीआई को आईसीसी ने कुछ दिन पहले हुए दुबई में फाइनेंस कमिटी की बैठक से बाहर रखा था, इसलिए बीसीसीआई की तरफ से यह बड़ा बयान दिया गया है.
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हाल फिलहाल में बीसीसीआई और आईसीसी के विचारों में काफी अंतर था, बीसीसीआई ने पहले ही आईसीसी के ‘बिग थ्री’ को हटाने को लेकर अपनी नाराज़गी जताई है. जिसके मुताबिक भारत को सबसे ज्यादा रेवन्यू मिलना था इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ.
अजय शिर्के, बीसीसीआई के सेक्रेट्री ने Indianexpress को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि कमिटी से बाहर करना हमारे लिए शर्मनाक है.
“यह ऐसी कमिटी हैजहा सभी बड़े निर्णय लिए जाते है, फाइनेंस कॉमर्स और चीफ एग्जीक्यूटिव की मीटिंगस, इसमें अगर भारत का कोई प्रतिनिधित्व करने वाला नहीं होगा तो यह हामरे लिए शर्मनाक है. हम आईसीसी से कहेंगे की या तो इसे ठीक करा जाये या फिर हम खुद यह तय करेंगे की क्या किया जाये जिससे भारतीय क्रिकेट विश्व में बना रहे. और यह कुछ भी हो सकता है शयद हम चैंपियंस ट्राफी में हिस्सा ना ले, लेकिन अगर सब सही निर्णय लिए गए तो हमे ऐसा कदम उठाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन अभी और भी कई रास्ते है.”
रिपोर्ट्स के अनुसार शिर्के ने आईसीसी से यह भी कहा कि अगर भारतीय क्रिकेट बोर्ड को इसी तरह से अनदेखा किया गया तो फिर हमे अलग रास्ते ढूंढने होंगें.
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“मौजूदा समय में हमे आईसीसी से जो शिकायत है वो यह है कि आजकल आईसीसी एक डिक्टेटर की तरह व्यव्हार कर रही है.बिग थ्री मॉडल की बात ना करे तो आईसीसी धीरे धीरे बीसीसीआई को अलग करता जा रहा है” एक बीसीसीआई सूत्र ने यह कहा.
“दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीसीसीआई को आईसीसी की फाइनेंस कमिटी में जगह नहीं दी गयी जबकि आईसीसी का 70 प्रतिशत आमदनी हमारे कारण ही होती है. तो हमे क्यों जगह नहीं दी गयी? यह कोई दादागिरी की बात नहीं है लेकिन क्या आईसीसी रोबिन हुड बनने की कोशिश कर रही है, अमीरों से पैसे लूट कर गरीबों में बात रही है?”
बीसीसीआई पहले ही इंग्लैंड को चैंपियंस ट्राफी के लिए 135 मिलियन डॉलर के बजट दिए जाने से नाराज़ है जबकि भारत को इसी साल हुए ट्वेंटी ट्वेंटी विश्वकप आयोजित करने के लिए 45 मिलियन डॉलर दिए गए थे.
बीसीसीआई के सूत्र ने बताया कि बोर्ड इस बात से भी नाराज़ है कि चैंपियंस ट्राफी में केवल 15 मैच खेले जाने है जबकि भारत ने 58 मैच आयोजित कराये थे.
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बीसीसीआई और आईसीसी के बीच रेवन्यू को लेकर काफी समय से अनबन चल रही है, पहले ही बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर यह कह चुके है कि रेवन्यू के मामले में कोई भी ढील नहीं छोड़ी जाएगी.