भारतीय टीम के बल्लेबाज अंबाती रायडू ने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. वनडे में लगातार रन बनाने के बावजूद उन्हें टीम में मौका नहीं मिला. शिखर धवन और विजय शंकर के चोटिल होने के बाद भी उन्हें मौका नहीं दिया गया. उनके काफी कम अनुभव वाले ऋषभ पंत और अभी तक वनडे डेब्यू करने वाले मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया.
अंबाती रायडू ने सभी फॉर्म्स से लिया संन्यास
विश्व कप 2019 मे भारतीय टीम के स्टेंड बाय खिलाड़ी रायडू ने अचानक से सन्यास का फैसला ले कर सबको हैरान कर दिया. विश्व कप 2019 में जगह नहीं मिलने के बाद टूर्नामेंट के अंतिम दौर में अंबाती रायडू ने तीनों ही फॉर्मेट से रिटायरमेंट का फैसला किया है.
पिछले एक साल से टीम के स्थायी सदस्य के रूप में खेलने वाले अंबाती रायडू ने अचानक से ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया. ऐसा भी माना जा रहा है की उनको तीन बार निराशा हाथ लगी, शायद इसलिए ही उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया.
पहले कोच और अंपायर से लड़ चुके थे रायडू
33 वर्ष के इस खिलाड़ी ने जैसे ही संन्यास की बात कही वैसे ही सब लोग आश्चर्यचकित थे. रायडू जब 16 वर्ष की उम्र मे थे तभी उन्होंने अपने बल्ले से तहलका मचा दिया था.
2004-05 के रणजी सीज़न में रायडू की फॉर्म बेहद खराब रही. वो 11.92 की औसत से सिर्फ 155 रन ही बना सके. उस वक्त टीम के कोच राजेश यादव से उनका मनमुटाव हो गया. वो हैदराबाद से चले गए और आंध्र प्रदेश की टीम में शामिल हो गए. बाद में उनका अंपायर से झगड़ा हो गया और वो हैदराबाद की टीम में लौट आए. ऐसा करने से किसी भी खिलाड़ी की छवि धूमिल हो जाती है.
थ्रीडी चश्मे वाला बयान पड़ा अंबाती रायडू पर भारी
सब जानते हैं, कि रायडू को टीम मे स्टैंडबॉय खिलाड़ी के रूप मे रखा गया था, फिर भी शिखर और विजय के चोटिल होने के बाद उनको विश्व कप मे खेलने का मौका नहीं दिया गया इसके पीछे उनका थ्रीडी चश्मे वाला बयान भी हो सकता है.
विश्व कप 2019 के लिए मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने 15 सदस्यीय भारतीय टीम को चुन लिया था. विजय शंकर को टीम मे यह बोल कर चुना गया था की वह तीनो फॉर्म मे भारत का साथ देंगे यानी की वो 3D प्लेयर है.
इसके बाद ही इस बयान की चुटकी लेते हुए रायडू ने कहा था कि अब मैंने वर्ल्ड कप देखने के लिए 3डी चश्मे का ऑर्डर दे दिया है.