जब से इंटरनेशनल क्रिकेट में टी-20 क्रिकेट का अस्तित्व आया हैं तब से क्रिकेट प्रशंसकों में टी-20 क्रिकेट का क्रेज कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। टी-20 क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट और रात में खेले जाने को लेकर दर्शकों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। टी-20 के इस बढ़ते क्रेज के बीच टेस्ट क्रिकेट पर थोड़ा संकट आ गया, लेकिन आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट के अस्तित्व पर संकट को बढ़ता देख एक बड़ा कदम उठाते हुए डे नाइट टेस्ट का आयोजन कराने का फैसला किया।
न्यूजीलैंड में अब नजर आएगा डे-नाइट टेस्ट मैच
आईसीसी की गुलाबी गेंद से होने वाली डे नाइट टेस्ट की पॉलिसी अब धीरे-धीरे अपनी लय पकड़ती नजर आ रही है। डे नाइट टेस्ट की योजना के तरह ही अब तो न्यूजीलैंड ने भी अपने डे नाइट टेस्ट का डेब्यू करने की तैयारी कर ली हैं। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ अगले साल 22 मार्च से शुरू होने वाली 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में ऑकलैंड के ईडन पार्क में होने वाले पहले टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड अपने पहले डे नाइट टेस्ट मैच का आगाज करने जा रहा है।
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने दुधिया रोशनी में खेले जानेे वाले मैच की पूरी की तैयारी
न्यूजीलैंड के पहले डे नाइट टेस्ट मैच को लेकर न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार को इसकी घोषणा करते हुए बताया कि वो अपने पहले डे नाइट टेस्ट की मेजबानी करने को तैयार हैं। वहीं डे नाइट टेस्ट मैच ऑकलैंड के ईडन पार्क मैदान में खेला जाना है। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के इस प्रस्ताव को ऑकलैंड काउंसिल ने अपनी ओर से पूरी तरह से मंजूरी दे दी है। पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड इस दुधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से होने वाले टेस्ट मैच के आयोजन स्थल को लेकर थोड़ा असमंजस की स्थिति में था। लेकिन ऑकलैंड काउंसिल की मंजूरी के बाद खुश नजर आ रहा है।
टेस्ट क्रिकेट में दर्शकों को डे नाइट टेस्ट आकर्षित करने में करेगा मदद
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर एंथनी क्रिमी ने इसको लेकर बहुत ही खुशी जाहिर की है। एंथनी क्रिमी ने इसको लेकर कहा कि “सभी को लेकर क्रिकेट तक पहुंच में सुधार लाने के लिए न्यूूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड का विशेष ध्यान है। डे नाइट टेस्ट के चरण को सही साबित करने की दिखा में ये एक बड़ा कदम है। इसके मतलब ये है कि हम अपने सबसे आधुनिक और जीवंत अवतार में क्रिकेट को बढ़ावा दे सकते हैं, हम नए दर्शकों के लिए पहुंच में सुधार कर सकते हैं और हम ईडन पार्क, ऑकलैंड और न्यूजीलैंड को वास्तव में वैश्किव दर्शकों के सामनें दिखा सकते हैं।”