भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज की शुरूआत जीत के साथ की है। टीम इंडिया का पहला मैच जीतकर टी20 में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। यह कहना तनिक भी गलत नहीं होगा कि भारत की इस जीत में गेंदबाजों का अहम योगदान रहा। टीम इंडिया की सधी हुई गेंदबाजी ने वेस्टइंडीज को मात्र 95 रनों पर ही रोक दिया। मैच के बाद भुवनेश्वर कुमार ने इंटरव्यू में युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की।
युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश हैं भुवनेश्वर कुमार
भारतीय क्रिकेट टीम में वेस्टइंडीज दौरे के लिए युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है। जिसमें कल नवदीप सैनी ने टी20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू कर मात्र 17 रन देकर 3 विकेट्स झटक लिए। इस युवा गेंदबाज ने अपने शानदार प्रदर्शन से न केवल टीम को जीत की तरफ अग्रसर किया बल्कि क्रिकेट फैंस का दिल भी जीत लिया।
टीम के सीनियर खिलाड़ी भुवनेश्वर कुमार को भी खुश कर दिया। मैच के बाद भुवी ने इंटरव्यू में कहा, ”टीम में वरिष्ठ खिलाड़ी के तौर पर आप हमेशा अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। अगर आप प्रदर्शन नहीं भी कर सकते, फिर भी आपको अपना योगदान देना होता है।”
उन्होंने आगे कहा, ”जब नवदीप सैनी और खलील अहमद जैसे युवा खिलाड़ी अच्छा करते हैं, तो आप हमेशा उनसे बात करना चाहते हैं। आप उन्हें सहज बनाना चाहते हैं। यह पहली चीज है जो मैं करना चाहता हूं और मैं हमेशा उनका मार्गदर्शन करता हूं।’‘ सैनी ने डेब्यू मैच में मात्र 17 रन पर तीन विकेट लेने सैनी से काफी प्रभावित है।
नवदीप सैनी टीम ए के लिए भी कर चुके हैं बेहतरीन प्रदर्शन
भुवी ने कहा, ”भारतीय टीम में आने से ठीक पहले वह वेस्टइंडीज में वेस्टइंडीज ए के खिलाफ इंडिया ए के लिए खेला था। इसी वजह से उसने अच्छा प्रदर्शन किया। जब आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा करते हैं तो यह आपका आत्मविश्वास बढ़ाता है।”
भारतीय टीम के वरिष्ठ गेंदबाज ने कहा, ”उन्होंने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है उसने खुद को लगातार साबित किया है। वह आईपीएल और भारत ए के लिए काफी क्रिकेट खेलता है। जब वह (राष्ट्रीय) टीम में आया तो उसका आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ था।”
वनडे से टी-20 फॉर्मेट में बदलाव की नहीं होती ज्यादा जरूरत
वनडे से टी-20 फॉर्मेट में बदलाव करने के बारे में पूछे जाने पर भुवी ने जवाब में कहा, ” इसमें ज्यादा मानसिक बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि टी-20 और वनडे लगभग एक जैसे हो गए हैं। प्रारूप अलग है लेकिन आपको एक जैसी ही गेंदबाजी करनी होती है।”