क्रिकेट जगत में इस तूफानी दशक को यादगार बनाने में जिन बल्लेबाज़ों ने अपना सबसे बड़ा योगदान दिया उसमें न्यूज़ीलैंड के इस कप्तान बल्लेबाज़ का नाम भी सबसे ऊपर शुमार होगा.
बीते कुछ वर्षों में एबी डीविलियर्स, क्रिस गेल, एम एस धोनी, युवराज सिंह जैसे विस्फोटक बल्लेबाज़ की कड़ी में शामिल ब्रैंडन मैक्कुलम ने आज अपने वनडे करियर के मुकाबले में आखिरी बार बल्लेबाज़ी की.
हैमिल्टन में खेले जा रहे तीसरे वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आज टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया. जिसके बाद मैदान पर बल्लेबाज़ी करने उतरे ब्रैंडम मैक्कुलम और मार्टिन गुपटिल ने अपनी टीम को तूफानी शुरूआत दिलाई. मैक्कुलम ने अपने करियर में वनडे क्रिकेट की इस आखिरी पारी में अपने चिर परीचित अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करते हुए 27 गेंदों पर 47 रन बना डाले. इस पारी में मैक्कुलम ने 174 के स्ट्राईक रेट से बल्लेबाज़ी की और 6 चौके और 3 छक्के भी लगाए.
47 रनों का योगदान देने के बाद मैक्कुलम, मार्श की गेंद पर हेस्टिंग्स के हाथों कैच आउट होकर वापस पवेलियन लौट गए. जिसके बाद सभी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने उन्हें उनके शानदार करियर के लिए हाथ मिलाकर बधाई दी. मैच शुरू होने से पहले भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने मैक्कुलम को मैदान पर आने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
मैक्कुलम ने अपने वनडे करियर में 259 मैचों में 30.33 के औसत से 6036 रन बनाए. जिसमें 5 शतक और 32 अर्धशतक शामिल रहे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी महीने दूसरा टेस्ट खेलने के बाद मैक्कुलम क्रिकेट जगत को पूरी तरह से अलविदा कह देंगे.