अजहर अली (105) और कप्तान मिस्बाह उल-हक (99) की शानदार पारियों की मदद से पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहली पारी में 393 रनों का स्कोर खड़ा किया है। केनसिंग्टन ओवल मैदान पर इस मैच में वेस्टइंडीज ने अपनी दूसरी पारी में दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट खोकर 40 रन बना लिए हैं। वह अब भी पाकिस्तान की पहली पारी के आधार पर 41 रन पीछे है। क्रैग ब्रैथवेट 8 रन पर और शिमरोन हेटमायर 22 पर नाबाद हैं। दोनों के बीच 32 रनों की साझेदारी हो चुकी है। रोहित शर्मा ने अपने ही अंदाज़ में कुछ इस तरह लिया विराट कोहली से बदला
पाकिस्तान की पहली पारी समाप्त होने के बाद बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरी वेस्टइंडीज का तीसरे दिन एकमात्र विकेट मोहम्मद अब्बास ने लिया। अब्बास की गेंद पर केरन पावेल विकेट के पीछे सरफराज अहमद के हाथों लपके गए। सर जडेजा ने किया डिविलीयर्स को बेहतरीन तरह से किया रन आउट, खुद दिनेश कार्तिक रह गये हैरान
पावेल के आउट होने के बाद हेटमायर और ब्रैथवेट कोई और विकेट गंवाए बिना टीम को स्टम्प्स तक 40 के स्कोर तक ले गए।
इससे पहले, अपने दूसरे दिन के स्कोर तीन विकेट पर 172 रनों से आगे खेलने उतरी पाकिस्तान ने तीसरे दिन अपने खाते में 221 रन जोड़े। दूसरे दिन नाबाद रहे अली और मिस्बाह ने चौथे विकेट के लिए 98 रनों की साझेदारी कर टीम को 259 के स्कोर तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर देवेंद्र बिशू ने शेन डॉवरिच के हाथों अली को कैच आउट कर इस साझेदारी को तोड़ दिया।
इस मैच में अपने टेस्ट करियर का 13वां शतक लगाने वाले अली ने 278 गेंदों का सामना कर नौ चौके लगाए। उनके आउट होने के बाद मिस्बाह के साथ असद शफीक (15) ने 57 रन जोड़कर टीम को 300 के पार पहुंचाया। मिस्बाह अपने शतक से मात्र एक रन दूर थे, लेकिन जेसन होल्डर की गेंद पर वह शाई के हाथों 99 के स्कोर पर लपके गए। मिस्बाह सीरीज के पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 99 रन पर नाबाद रहे थे। लगातार दो टेस्ट में 99 रन बनाकर मिस्बाह शतक से चूक गए।
मिस्बाह ने 201 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौके और दो छक्के लगाए। वह जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 316 था। इसके बाद शेनन गेब्रिएल ने तीन और होल्डर ने दो और विकेट लेकर पाकिस्तान के बाकी बचे पांच गेंदबाजों को भी पवेलियन भेजा और 393 के स्कोर पर टीम की पहली पारी समाप्त हो गई।
वेस्टइंडीज के लिए गेब्रिएल ने चार विकेट लिए, वहीं होल्डर और बिशू को तीन-तीन सफलताएं मिलीं।