केएल राहुल एक काफी प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वह अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं. क्रिकेट के मैदान पर वह काफी आकर्षक शॉट्स खेलते हैं, उनके शानदार शॉट्स से ही लोगो को उनकी प्रतिभा का अंदाजा हो जाता हैं.
सौरव गांगुली से लेकर कपिल देव तक उन्हें प्रतिभावान खिलाड़ी बता चुके हैं, लेकिन अबतक वह अपनी प्रतिभा के अनुसार खुद को साबित नहीं कर पाये हैं.
अफ्रीका, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ रहा खराब प्रदर्शन
केएल राहुल का इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरूआती 9 पारियों केएल राहुल एक काफी प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वह अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं. क्रिकेट के मैदान पर वह काफी आकर्षक में बहुत खराब प्रदर्शन रहा था, वह इंग्लैंड में खेली अपनी शुरूआती 9 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाये थे. इससे पहले वह साउथ अफ्रीका दौरे में भी बुरी तरह फ्लॉप हुए थे.
हालाँकि, उन्होंने इंग्लैंड में खेली अपनी अंतिम पारी में शतक जरुर लगाया था, लेकिन इसके अलावा वह कुछ खास नहीं कर पाये हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भी वह शून्य के स्कोर पर ही आउट हो गये थे. वहीं दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में भी सिर्फ 4 रन बनाकर केएल राहुल आउट हो गये थे.
टीम मैनेजमेंट को है भरोसा
भारतीय टीम के कप्तान व टीम मैनेजमेंट को केएल राहुल पर काफी भरोसा हैं. जिसके चलते टीम मैनेजमेंट उन्हें लगातार मौके दे रहा हैं. उनकी प्रतिभा को देखते हुए उन पर सभी लोगो को भविष्य का एक बेहतर बल्लेबाज नजर आता हैं और यह बात उन्होंने टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में साबित भी की हैं.
केएल राहुल भारत के लिए दो टी-20 अंतर्राष्ट्रीय शतक लगा चुके हैं. वही करीब 50 के औसत से उन्होंने टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए रन बनाये हुए हैं. वह भारत के पहले ऐसे खिलाड़ी बने थे. जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में शतक लगाया था. वह टेस्ट क्रिकेट में भी लगातार 8 मैचों में अर्धशतक लगा चुके हैं.
रोहित और सचिन की तरह चमका सकते हैं अपना क्रिकेट करियर
बता दें, कि केएल राहुल अपना क्रिकेट करियर को उड़ान दे सकते हैं. जिस तरह से रोहित शर्मा ने साल 2013 के बाद अपने क्रिकेट करियर को अलग ही उड़ान दी थी. रोहित ने 2013 से पहले सिर्फ 2 अंतर्राष्ट्रीय शतक ही लगाये थे. वहीं उसके बाद से उन्होंने 23 अंतर्राष्ट्रीय शतक अबतक लगा दिए हैं. ठीक उसी प्रकार केएल राहुल भी अपने क्रिकेट करियर को एक नई उड़ान दे सकते हैं.
सचिन तेंदुलकर ने भी अपना पहला वनडे शतक साल 1994 में लगाया था. जबकि इससे पांच साल पहले 1989 में सचिन अपना वनडे डेब्यू कर चुके थे. भारतीय क्रिकेट प्रशंसक चाहेंगे, कि जल्द ही केएल राहुल के क्रिकेट करियर में भी रोहित और सचिन जैसा मोड़ आ जाये.