हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिलाड़ी स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बैनक्रॉफ्ट गेंद के साथ छेड़छाड़ के मामले में बुरी तरह से फंसे और बाद में इन्हें क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें सजा भी सुना चूका है, जिसमें स्टीव स्मिथ और वॉर्नर को एक-एक साल का तथा बैनक्रॉफ्ट को 9 महीने का प्रतिबन्ध लगाया है जिसके बाद क्रिकेट जगत में काफी हलचल हुई है।
इसी बीच आज हम बात करने वाले है क्रिकेट ही नहीं बल्कि फुटबॉल जैसे बड़े खेलों में हुए धोखे पर बातचीत करने वाले है। जी हाँ, क्रिकेट ही नहीं बल्कि इसके अलावा भी कई खेलों में ऐसी धोखाधड़ी देखी गयी है।
आइये डालते है इसपर एक नजर
चैपल बंधुओं का कांड
जैसा कि शायद आपको याद हो कि क्रिकेट में इससे पहले भी कई बार चीटिंग हो चुकी है जिसमें एक बार ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और महान बल्लेबाज ग्रेग चैपल और उनके भाई ने मिलकर मैच के दौरान ऐसी चीटिंग की थी।
दरअसल हुआ कुछ यह कि न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच फरवरी 1981 में टेस्ट मुकाबला गया था जो आखिरी समय तक चला था, जिसमें कप्तान ग्रेग चैपल ने अपने भाई के साथ मिलकर चीटिंग की थी। क्योंकि भाई ट्रेवर ने मैच की आखिरी गेंद नीचे झुककर लुढका दी थी और कोई रन नहीं बन पाया था और मैच ऑस्ट्रेलिया 6 रनों से जीत गया था। चैपल और उनके भाई ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि कीवियों को जीतने के लिए 7 रनों की जरुरत थी।
फुटबॉलर मेराडोना का गोल
वहीं आपको याद दिला दें कि साल 1986 का फुटबॉल विश्व कप अर्जेंटीना ने इंग्लैंड को 2-1 से हराया था। हालाँकि इसमें भी चीटिंग हुई थी। जी हाँ, इसमें हुआ कुछ यह कि फुटबॉलर मेराडोना ने एक गोल अपने हेड की बजाय हाथ से कर दिया था और फिर ये मैच रेफरी से भी नहीं पकड़े गए थे।
आधी रेस पूरी करने के बाद भी विजेता बनी थी यह खिलाड़ी
वहीं साल 1980 की बात है जब एक एथलीट रोसी रुइज आधी रेस पूरी करने के बाद भी विजेता बन गयी थी। लेकिन बाद में पता चल पाया था कि उन्होंने यह रेस बेईमानी करते हुए जीती थी। कहा जाता है कि रुइज ने एक मील रहते रेस में शामिल हुई और रेस जीत ली थी। फिर बाद में पता चला था कि रोसी ने धोखे से ही यह रेस जीती थी।
धोखे से एक या 2 नहीं बल्कि 7 खिताब जीते थे इन्होंने
विश्व के सबसे बेहतरीन और लोकप्रिय साइकलिस्ट और कैंसर के रोगी रह चुके लांस आर्मस्ट्रॉन्ग ने दुनिया को अपनी धोखाधड़ी या यूँ कहे की बेईमानी के बारे में सभी के सामने खुलासा करके चौंका दिया था। इन्होंने 7 बड़े खिताब जीते थे जो सब के सब बेईमानी से जीते थे।
जब करवा दिया था हमला
आपको शायद ही याद होगा कि साल 1994 में फिगर स्केटिंग की एथलीट टोन्या हार्डिंग पर जीवनभर के लिए प्रतिबन्ध लगा दिया था। जानिये क्यों, तो बता दें कि मुकाबले के दौरान उनकी साथी खिलाड़ी स्केटर नैन्सी कैरीगन पर हुए हमले के कारण बैन लगाया था। यह हमला उनके पूर्व पति ने करवाया था।
इन्होंने ड्रग्स लेकर जीते थे मेडल
इतना ही नहीं इस मामले में ओलम्पिक की शानदार खिलाड़ी मेरियन जोन्स भी ऐसे खराब हरकतों के कारण फंस चुकी हैं। बता दें कि इन्होंने मैडल भी जीता था लेकिन बाद में यह पता चला था इन्होंने यह मैडल ड्रग्स लेकर जीता था, जिसके बाद इन्हें प्रतिबंधित भी किया था।