भारत के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी चेतन चौहान अब राजनीति में अपनी नई पारी शुरू कर दी है। हाल ही उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ते हुए जीत हासिल की। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के कमल के खिलने के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्ममंत्री योगी आदित्य नाथ सरकार में खेल मंत्री का पद मिला है।
क्रिकेटर से मंत्री बने चेतन चौहान डीडीसीए के उपाध्यक्ष पद पर भी रह चुके है। वो दिल्ली डिस्ट्रीक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के लिए चेतन चौहान सालों से काम कर रहे थे। यहां तक कि जब डीडीसीए कोई नियमित अध्यक्ष नहीं था तो चेतन चौहान को अंतरिम अध्यक्ष के रूप में जोड़ा गया था। वो उन कुछ क्रिकेट प्रशासकों में से एक है जो लोढ़ा सुधारों को लागू करने के पक्ष में थे, जिसके लिए उन्हें अपने डीडीसीए सहयोगियों से भी तगड़ा झटका लगा था।फिरोजशाह कोटला का पिच अच्छा टेस्ट मैच विकेट साबित होगा: चेतन चौहान
भारतीय राजनीति के राजनीतिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण राज्य में से एक उत्तर प्रदेश में खेल मंत्रालय के प्रमुख के रूप में शपथ ग्रहण करने के बाद, पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गुरुवार को लखनऊ में कार्रवाई करने में जुटे हुए हैं और तीनों खेल महाविद्यालयों और छात्रावासों को पुनर्जीवित करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान उत्तर प्रदेश से सुरेश रैना, मोहम्मद कैफ और प्रवीण कुमार जैसे खिलाड़ियों को आगे लाने के प्रयास में है।
इसको लेकर चेतन चौहान ने कहा कि “हमने अधिकारियों की एक बैठक ली और हम खेल महाविद्यालयों और छात्रावासों को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं. जिससे यह सुनिश्चित हो सके, कि ये राज्य ज्यादा से ज्यादा एथलीट्स का निर्माण करे। क्रिकेट निश्चित रूप से सबसे लोकप्रिय खेल है और नई सरकार उन लोगों को स्वीकार करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो खेल में अपना करियर बनाने की योग्यता रखता है।”भारत के इस पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने थामा आदित्यनाथ का हाथ, UP मंत्रीमंडल में मिला खास पद
साथ ही भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज चेनत चौहान ने कहा कि “मैं उत्तर प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा इंटरनेशनल क्रिकेट मैच देखना चाहता हूं। देश के इस हिस्से में खेल को लेकर बहुत ज्यादा प्यार है अाप खिलाड़ियो और खेल से जूड़े अधिकारियों को पूछ सकते है, कि यहां के लोग खेल को किस कदर चाहते है। हमारा सबसे बड़ा काम ये होगा कि उत्तर प्रदेश से ज्यादा से ज्यादा खेल प्रतिभाओं को आगे लेकर आए।”