Pujara should have played in IPL: Kumble

भारतीय क्रिकेट टीम में एक से एक टेस्ट खिलाड़ी मौजूद हैं। टेस्ट फॉर्मेट अपने आपमें एक सबसे बड़ा टेस्ट माना जाता है। जिसमें एक खिलाड़ी की पहचान को पर मिलते हैं। उसी तरह से भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा भी एक परफेक्ट टेस्ट बल्लेबाज हैं।

चेतेश्वर पुजारा के क्रिकेटर बनने की शुरुआत

चेतेश्वर पुजारा भारतीय क्रिकेट में तकनीकि रूप से बहुत ही दक्ष बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चेतेश्वर पुजारा क्रिकेटर कैसे बने।

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चेतेश्वर पुजारा कोच शास्त्री और कप्तान विराट को नहीं बल्कि इन्हें देते हैं अपने खेल में सुधार का श्रेय 1

चेतेश्वर पुजारा के क्रिकेटर बनने की कहानी बड़ी ही मजेदार है। आज पुजारा भारत के सबसे अच्छे टेस्ट बल्लेबाजों में से एक के रूप में अपना नाम कर चुके हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनको क्रिकेटर बनाने की शुरूआत कैसे हुई?

पुजारा ने ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में बताया,

एक फोटो से उनके पिता ने उन्हें किया क्रिकेटर बनाने का फैसला

आज हम नहीं बल्कि खुद चेतेश्वर पुजारा ने की जुबानी ही आपको बताते हैं कि पुजारा को क्रिकेटर बनने के सपने को कैसे संबल मिला। तो इसका खुलासा खुद पुजारा ने ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस शो में किया।

चेतेश्वर पुजारा कोच शास्त्री और कप्तान विराट को नहीं बल्कि इन्हें देते हैं अपने खेल में सुधार का श्रेय 2

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जिसमें पुजारा ने होस्ट गौरव कपूर को बताया कि

जब वो तीन या चार साल के थे तो पुजारा की एक शॉट खेलते हुए एक फोटो को उनके पिता अरविंद पुजारा ने कैमरे में कैद किया। ये फोटो बहुत ही परफेक्ट थी।” तो गौरव कपूर ने पूछा कि “आपके पिता ने इस फोटो को देखने के बाद मॉडल बनाने के बारे में क्यों नहीं सोचा।?”

मेरे पिता ने उस फोटो में मेरे गेंद देखने के तरीके को देखा

जिसके लेकर पुजारा ने कहा कि

चेतेश्वर पुजारा कोच शास्त्री और कप्तान विराट को नहीं बल्कि इन्हें देते हैं अपने खेल में सुधार का श्रेय 3

“इसका कारण ये है कि मेरे पिता एक क्रिकेटर रहे हैं। वो सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी खेले हैं। मेरे पिता क्रिकेटर बनाने के लिए उस समय उन्होंने मैं जिस तरह से गेंद को देख रहा था उसे देखा। क्योंकि चार साल की उम्र में गेंद को नहीं देखते बल्कि बल्ला ही घुमाते हैं।”

“उस फोटो में मेरे पिता ने देखा कि मैं गेंद को ध्यान से देख रहा था।  इसके बाद मेरे पिता ने फैसला किया कि अगर वो मुझे ट्रेनिंग दे तो मैं कैसे प्रगति कर सकता हूं।”

साथ ही पुजारा ने अपने खेल में सुधार का श्रेय भी अपने पिता को देते हुए कहा, कि

“जब भी मै मैदान पर कुछ गलत करता हूँ, तो मेरे पिता इस बारे में मुझसे डायरेक्ट न बोलकर मेरे पत्नी पुजा को बताते हैं, कि उसे बोले ये ऐसे करे वो वैसे करे यहाँ वो गलती कर रहा है और ये बातें जब मै वापस आता हूँ, तो शाम को मेरी पत्नी मुझे फोन पर बताती है.”

 

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