क्या इंग्लैंड की गेंदबाजी झेल पायेगी टीम इंडिया की नई 'द वॉल', दिया बयान 1

भारतीय क्रिकेट टीम की नई दीवार चेतेश्वर पुजारा पर इंग्लैंड दौरे पर बड़ी उम्मीदें लगी हुई है। चेतेश्वर पुजारा भारतीय टेस्ट टीम के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज हैं और उन पर इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में बड़ी जिम्मेदारी है। लेकिन जिस तरह से चेतेश्वर पुजारा की इंग्लैंड दौरे पर शुरूआत हुई है उसने भारतीय टीम को चिंता में डाल दिया है।

चेतेश्वर पुजारा अभ्यास मैच में दोनों पारियों में रहे नाकाम

भारतीय टीम को 1 अगस्त से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड खिलाफ तैयारी को लेकर इंग्लिश काउंटी टीम एसेक्स के खिलाफ एक तीन दिवसीय मैच खेलने का मौका मिला। भारतीय टीम को ये मौका मिला और कई बल्लेबाजों ने इसे भुनाया भी लेकिन टीम की नई दीवार पुजारा दोनों ही पारियों में कोई कमाल नहीं दिखा सके।

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पुजारा पर प्लेइंग इलेवन से बाहर होने का खतरा

अभ्यास मैच में चेतेश्वर पुजारा से बड़ी उम्मीदें तो थी लेकिन एसेक्स के खिलाफ पुजारा पहली पारी में जहां 1 रन बना सके तो वहीं दूसरी पारी में भी पुजारा केवल 23 रन का ही योगदान दे सके। पुजारा के इस निराशाजनक शुरूआत ने भारतीय टीम मैनेजमेंट में खलबली मचा दी है। अब तो टीम उन्हें अंतिम ग्यारह से बाहर करने पर भी सोच सकता है।

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पुजारा टीम से बाहर करने की बात पर नहीं है चिंतित

भले ही चेतेश्वर पुजारा की फॉर्मं ने भारतीय टीम मैनेजमेंट को तो चिंता में डाल दिया है लेकिन वहीं खुद पुजारा अपनी नाकामी के बाद भी चिंतित नहीं है और उनको अपने आप पर पूरा भरोसा है। चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि “मुझे जो साबित करना था, मैं कर चुका हूं। मुझे अब कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है। कभी आप रन बनाते हो तो कभी नहीं। रन नहीं बनने की स्थिति में आपको खुद पर ज्यादा दबाव लेने की जरूरत नहीं है। मुझे खुद के अलावा किसी और को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है।”

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अब मुझे नहीं है कुछ साबित करने की जरूरत

पुजारा ने आगे कहा कि “मैंने काउंटी और फिर भारत ए की तरफ से खेलते हुए रन बनाए हैं। मेरे बल्ले से हर बार शतक लगे ये मुमकिन नहीं है। मेरी कप्तान और कोच से बात हुई है और उन्होंने साफतौर पर मुझे मेरा रोल बता दिया है। टेस्ट क्रिकेट वनडे से बिल्कुल अलग होता है, यहां पर आपको रणनीति बनाने की जरूरत हो। मेरा काम है रन बनाना, चाहे वो कैसे भी बने।” 

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