भारतीय टीम के नंबर तीन के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय टीम के सबसे महत्वपूर्ण बल्लेबाज के रूप में अपने आप को स्थापित कर लिया है। चेतेश्वर पुजारा लगातार हर मैच के साथ लगातार भारतीय टीम के लिए भरोसेमंद बवनते जा रहे हैं। इसी तरह से चेतेश्वर पुजारा अपने टेस्ट करियर में एक पड़ाव पार करने जा रहे हैं। पुजारा श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के 3 अगस्त को कोलंबो में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के साथ ही अपने 50 टेस्ट मैच पूरे कर लेंगे।
चेतेश्वर पुजारा खेलने उतरेंगे अपना 50वां टेस्ट मैच
चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय क्रिकेट टीम लिए इस समय पूरी तरह से महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ की भूमिका निभा रहे हैं। चेतेश्वर पुजारा ने अपने इसी पराक्रम से भारतीय टीम कोे लिए कई जीत के सूत्रधार बनते हुए धीरे-धीरे अपने टेस्ट करियर के 50 टेस्ट मैच पूरे करने जा रहे हैं। चेतेश्वर पुजारा ने 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने करियर का आजाज किया था। पुजारा ने अपने 50वें टेस्ट मैच को खेलने को लेकर इसे गौरव की बात बताया।धवन और पुजारा के सामने घुटने टेके श्रीलंकाई गेंदबाज, दिन का खेल खत्म होने तक मजबूत स्थिति में भारत
50वां टेस्ट मैच खेलना गर्व का अहसास
चेतेश्वकर पुजारा ने अपने 50वें टेस्ट मैच से पहले इसको लेकर कहा कि “मेरा अब तक का सफर शानदार रहा है। देश के लिए 50वां टेस्ट मैच खेलना मेरे लिए बड़े गर्व की बात है। जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था तो मेरा एक ही सपना था कि मैं देश के लिए क्रिकेट खेलूं। मेरे अपने सफर में उतार-चढ़ाव दोनों ही आएं, लेकिन मुझे बहुत खुशी है कि मैं 50वें टेस्ट मैच की दहलीज पर खड़ा हूं और मैं इस टेस्ट मैच को कुछ रन बनाकर यादगार बनाने की कोशिश करूंगा।”
चोट के बाद फिटनेस को लेकर की कड़ी मेहनत
इसके साथ ही पुजारा ने आगे कहा कि “एक समय चोटों के कारण लगभग एक साल तक मैं क्रिकेट से बाहर था। वो बड़ा ही मुश्किल समय था लेकिन मैंने अपनी फिटनेट पर मेहनत कर फिर से वापसी की। चोट के बाद वापसी करना और रन बनाना आसान नहीं होता है लेकिन मैंने अपनी फिटनेट पर कड़ी मेहनत की ताकि दोबारा चोटिल होने की नौबत नहीं आए। वैसे क्रिकेट में कभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता।”किसने क्या कहा: शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा के धमाकेदार प्रदर्शन के बाद दोनों को लेकर ट्वीटर पर पागल हुए लोग
दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना सम्मान की बात
पुजारा ने अपने सबसे ऐतिहासिक पल को याद करते हुए कहा कि “मैंने 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरू में अपने टेस्ट करियर का डेब्यू किया था मेरे लिए सचिन, गांगुली, द्रविड़ और सहवाग जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना बड़े सम्मान की बात थी। मुझे आज भी वो पल याद है।”