भारतीय टीम एक मजबूत टीम है सभी को पता है, सलामी बल्लेबाज मजबूत हैं, यह भी पता है भारत के बुमराह की गेंदबाजी के आगे टिकना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. इतना सब होने के बावजूद भी भारतीय टीम में एक ऐसी कमी है, जिसका निवारण तब से नहीं हो पाया जबसे युवराज सिंह टीम से गए हैं. वो है नंबर चार की गुत्थी अब इसको सुलझाने का दावा कर रहे हैं, टेस्ट बल्लेबाज का ठप्पा पा चुके भारतीय क्रिकेट टीम के श्रीमान भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा.
यह मानना है भारतीय टीम के चेतेश्वर पुजारा का
सभी को पता है कि भारतीय टीम अपने चार नंबर की गुत्थी नही सुलझा पा रही है इसके लिए ही जब टेस्ट मैच के महारथी चेतेश्वर पुजारा से पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि पिछले कुछ दिनों से वह छोटे फॉर्मेट पर खेल कर अच्छा प्रदर्शन दिखाया है ऐसे में अगर उनको बीसीसीआई मौका देगा तो वह एकदिवसीय में चौथे नंबर पर रह कर अच्छा प्रदर्शन दिखायेंगे.
इसके बाद उन्होंने अपने दिल की इच्छा व्यक्त करते हुए बताया कि
“ मैंने घरेलू क्रिकेट में पिछले एक साल में छोटे फॉर्मेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. मैं टेस्ट में भी मजबूती के साथ प्रदर्शन कर रहा हूं. जब मैं टेस्ट में अच्छा कर सकता हूं तो मैं वनडे में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं.”
इसमें ही आगे पुजारा ने कहा कि
“लेकिन टीम में चुना जाना मेरे हाथ में नहीं है. एक अच्छे बल्लेबाज के तौर पर मेरी इच्छा है कि मैं खेल के तीनों प्रारूप में खेलूंगा और मेरे अंदर यह कर पाने की क्षमता है. मेरे अंदर अब भी वनडे में खेलने की इच्छा बाकी है.”
चेतेश्वर पुजारा का अब इस पर है पूरा ध्यान
विश्व कप खत्म हो गया है अब सबकी नज़र है टेस्ट मैच में जो की वेस्टइंडीज में खेला जाएगा, इसके लिए भारतीय टीम का चयन होना बाकी है पर कुछ खिलाड़ी है जिनको इसमें पक्का मौका दिया जाएगा उनमे से एक हैं चेतेश्वर पुजारा.
टेस्ट चैंपियनशिप के लिए जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि
“अब टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से हर मैच महत्वपूर्ण होगा. पहले तो यह होता था कि तीन टेस्ट की सीरीज में आपने दो मैच जीत लिए और तीसरा हार गए तो अधिक अंतर नहीं पड़ता था, क्योंकि सीरीज आपके हाथ में होती थी, लेकिन अब हर मैच महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि हर मैच के लिए आपको अंक मिलेंगे मुझे यकीन है कि इस चैंपियनशिप से टेस्ट की लोकप्रियता बढ़ेगी.”
उन्होंने अभी 68 टेस्ट मैच खेले है जिसमे 5426 रन बनाए है वो भी 46 के स्ट्राइक रेट से और 5 एकदिवसीय मैच खेले है जिसमे 51 रन ही बनाए हैं.