भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच श्रृंखला का आखिरी मैच कोरोना की वजह से रद्द हो गया। इससे इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर काफी नाराज हैं। मैच को रद्द होने का जिम्मेवार आईपीएल को मान रहे हैं। ऐसे में इंग्लैंड के कई दिग्गज खिलाड़ियों ने आईपीएल से अपना नाम वापस ले लिया है। इस लिस्ट में इंग्लैंड के एक ऑलराउंडर खिलाड़ी का भी नाम जुड़ गया है जो आईपीएल का हिस्सा बनने से साफ इनकार कर दिया है।
नाम वापस ले रहे इंग्लैंड के खिलाड़ी
आईपीएल 2021 का दूसरा फेज, 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात में खेला जाएगा। फिलहाल इस सीजन में दिल्ली की टीम अंक तालिका में शीर्ष पर चल रही है। मैनचेस्टर टेस्ट को कोरोना के वजह से रद्द करने के पीछे इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी और स्थानीय मीडिया आईपीएल को दे रही है। सबसे पहले इंग्लैंड के स्टार टी20 खिलाड़ियों में शुमार जॉनी बेयरस्टो और डेविड मलान ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के दूसरे फेज से अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद क्रिस वोक्स ने भी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के दूसरे फेज के सभी मैचों को खेलने से इनकार कर दिया है।
दिल्ली का हिस्सा नहीं बनेंगे क्रिस वोक्स
इंग्लैंड टीम में ऑलराउंडर के तौर पर खेलने वाले वोक्स इस सीजन में दिल्ली कैपिटल्स टीम का हिस्सा थे। वोक्स आईपीएल 2021 के 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात में शुरू हो रहे दूसरे फेज का हिस्सा नहीं बनेंगे। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, वोक्स दुबई में दिल्ली कैपिटल्स टीम से नहीं जुड़ेंगे। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने कन्फर्म किया है कि वोक्स बाकी आईपीएल के लिए उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा,
‘ हां, यह सही है। वोक्स ने निजी कारणों से आईपीएल 2021 के बाकी बचे मैचों से अपना नाम वापस ले लिया है। वोक्स अब दिल्ली कैपिटल्स टीम से नहीं जुड़ पाएंगे।’
मलान ने भी खेलने से किया इनकार
बता दें कि इससे पहले टी20 के नंबर वन बल्लेबाज डेविड मलान ने खेलने से इनकार कर दिया था। इसकी जानकारी उनकी फ्रेंचाइजी टीम पंजाब किंग्स ने शनिवार को दी। टीम ने बताया कि आईपीएल 2021 के दूसरे फेज में डेविड मलान की जगह की जगह साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज एडम मार्करम को शामिल किया है। इंग्लैंड के बल्लेबाज डेविड मलान ने आईपीएल 2021 के दूसरे फेज से अपना नाम वापस ले लिया है। हालांकि मलान अब तक आईपीएल के पहले फेज में सिर्फ एक मैच खेले थे। हालांकि, इंग्लैंड खिलाड़ियों के एक-एक कर नाम वापस लेते रहने से कई टीमों की मुश्किलें बढ़ सकती है।