बीसीसीआई और सुप्रीमकोर्ट के बिच एक बार फिर खींचातानी, आखिरकार दाखिल हुई पहली रिपोर्ट 1

व्यवस्थापकों की समिति के हेड विनोद राय ने अभी अभी कहा था, कि उन्होंने बीसीसीआई से लोढ़ा समिति की सभी सिफारिशों को मानने की माँग की है, ताकि भारतीय क्रिकेट के भविष्य पर और कोई आपत्ति न आये और भारतीय क्रिकेट बहुत स्मूथली चले और वह उन सब टूर्नामेंट और मैचों में आसानी से खेल पाए, जो पहले से कलेंडर में आ चुके है. राजस्थान क्रिकेट संघ ने अपनाई लोढ़ा समिति की सिफारिशें, बीसीसीआई में हो सकती है आईपीएल शुरू करने वाले बड़े नाम की वापसी

व्यवस्थापकों की समिति ने बीसीसीआई से माँग करने के बाद चल रही गतिविधियों की पहली रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को दाखिल कर दी है. यह रिपोर्ट 4 मार्च को दाख़िल की गयी है.

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सुप्रीम कोर्ट कुछ समय बाद बीसीसीआई के इस समय के सचिव अमिताभ चौधरी की दलील सुनने वाली है, जिसमें अमिताभ चौधरी व्यवस्थापकों की समिति के बारे में सुप्रीम कोर्ट से कुछ सफाई चाहते है, लेकिन उससे पहले ही व्यवस्थापकों की समिति के द्वारा दाख़िल की गयी यह रिपोर्ट अमिताभ चौधरी की इस दलील पर जरुर कोई न कोई प्रभाव डालेगी. बीसीसीआई में लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर 4-5 महीनो के अंदर अमल होना शुरू हो जायेगा: विनोद राय

सुप्रीम कोर्ट ने अमिताभ चौधरी की इस दलील को सुनने के लिए पिछले हफ्ते ही हाँ कर दी थी.

व्यवस्थापकों की समिति के द्वारा यह रिपोर्ट ऐसे समय पर दाख़िल की गयी है, जब झारखंड पदाधिकारी लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लेकर व्यवस्थापकों की समिति से कुछ सवाल करने वाली थी.

30, सितम्बर 2016 को स्पेशल जनरल मीटिंग में लोढ़ा समिति के सचिव गोपाल शंकरनारायन ने लोढ़ा समिति की सिफारिशों को सुप्रीम कोर्ट में पेश किया था और सुप्रीम कोर्ट से बीसीसीआई में इन सिफारिशों को लागू करने की माँग की थी. उसके बाद ये सब सिफारिश बीसीसीआई में नवंबर 2016 में लागू करने के लिए बताई गयी.   21 राज्य संघ ने लोढ़ा समिति के सामने टेके घुटने

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