हर आईपीएल सत्र की तरह इस बार भी दर्शकों को युवा खिलाडियों की प्रतिभा देखने को मिली. दीपक हूडा, यूज़्वेंन्द्र चहल और सरफ़राज़ ये सब खिलाडी बढ़िया रहे. लेकिन युवा प्रतिभाओं में “श्रेयस” ने अपनी बल्लेबाज़ी से कमाल कर दिया. अय्यर रन बनाने में माहिर साबित हुए. उसके टीम प्रबंधन ने भी उसमे पूरा विश्वास दिखाया है.
इस युवा खिलाडी ने अब तक 13 मैचों में 419 रन बनाये हैं. अय्यर ने कहा कि –
“रणजी ट्रॉफी खेलने के बाद मुझमे आत्मविश्वास बढ़ा है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मई आईपीएल के पहले सत्र में ही इतने रन बना लूँगा. 20 वर्षीय इस खिलाडी ने कहा कि सच कहू तो मैं ये बिल्कुल नहीं सोच रहा था कि आईपीएल में लोग मुझे किस तरह से देखेंगे. पर जैसे ही टूर्नामेंट शुरू हुआ मैं अच्छा खेलता गया और महसूस किया कि मुझे अंत तक खेलना है. लेकिन दुर्भग्य से हम क्वालीफाई नहीं कर पाये.”
“मैं भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोचता सिर्फ वर्तमान में बेहतर करने की कोशिश करता हूँ.”
दिल्ली डेयर डेविल्स अब आईपीएल 8 के प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है और अय्यर अब 17 मई को होने वाले RCB के खिलाफ मैच में अपनी टीम के लिए कुछ खास करना चाहते हैं.