बीसीसीआई रविवार को एक आदेश जारी किया है, जिसके तहत अब हर भारतीय खिलाडी को या हर बोर्ड को बीसीसीआई के अंतर्गत आना ही होगा. और उसके लिए बीसीसीआई ने पूरी कमर कस ली है.
बीसीसीआई के साथ जितने पूर्व खिलाडी जुडे है, उनको अब बीसीसीआई के अंतर्गत आना होगा. उनमे राहुल द्रविड, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, और वीवीएस लक्ष्मण है जो बीसीसीआई के साथ साथ आईपीएल की फ्रेंचाइजी के साथ भी जुडे है.
लोढा कमेटी के कडे फैसले के बाद, बीसीसीआई क्रिकेट को साफ सुथरा बनाना चाहती है, और उसमे कोई कसर नहीं छोडना चाहती.
इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई इन दिग्गजों को अपने अंतर्गत लेना चाहती है:
अनिल कुंबले: बीसीसीआई के टेक्नीकल कमेटी के चेयरमैन है, और मुंबई इंडीयन्स के मेंटोर, और टेनवीक नाम की स्पोर्ट्स फिटनेस कंपनी से जुडे है.
सौरव गांगुली: बीसीसीआई के सलाहकार समीती के सदस्य है, और क्रिकेट मैचों में कॉमेंट्री करते है.
ब्रिजेस पटेल: बीसीसीआई के नये सुधारीत जगहों के चेयरमैन, कर्नाटक क्रिकेट में सचिव है, और आईपीएल में आरसीबी के हेड है.
रवी शास्त्री: भारतीय टीम के डायरेक्टर और बीसीसीआई की तरफ से कॉमेंटेटर. अभी ऐशेज में कॉमेंट्री कर रहे है, और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सदस्य है.
सुनिल गावस्कर: बीसीसीआई के कॉमेंटेटर, पीएमजी नामक एक स्पोर्ट्स एजेंसी चलाते है. जिसमे काफी क्रिकेटरों को करार किया गया है.
सचिन तेंदुलकर: बीसीसीआई के सलाहकार समिती के सदस्य, और मुंबई इंडियन्स के मेंटोर.
राहुल द्रविड: भारतीय ए टीम और भारतीय अंडर 19 टीम के कोच, और राजस्थान रॉयल्स के मेंटोर.
वीवीएस लक्ष्मण: बीसीसीआई के सलाहकार समिती के सदस्य, और सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटोर.
संजय बांगड: भारतीय टीम के कोच और किंग्स इलेवन पंजाब के भी कोच.
अब बीसीसीआई कडे फैसले लेना चाहती है, और इस पर ब्रिजेस पटेल ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि, खिलाडियों को खेल से जुडे रहना चाहिए, और ये मामला खिलाडियों पर लागू नहीं होता.
उन्होंने कहा, सचिन, द्रविड, कुंबले, लक्ष्मण भी आईपीएल टीमों के साथ जुडे है, और खिलाडियों को टारगेट नहीं करना चाहिए, क्योंकी बीसीसीआई ने ही इन्हें चुना है. और बीसीसीआई को लोढा कमेटी के रिपोर्ट आने तक रुकना चाहिए.
जगमोहन डालमिया ने इस पर कहा, इस पर हम पुरी तरह विचार करके फैसला लेंगे. और खेल को साफ सुधरा रखने के लिए, ये ऐसा कदम उठाना जरूरी है, जिससे भविष्य में कोई नुकसान ना हो.