कोरोना वायरस की वजह से इनदिनों देश में लॉकडाउन चल रहा है. दरअसल, कोरोना से जंग जीतने के लिए प्रधानमंत्री ने 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की हुई है. सभी क्रिकेटर्स इनदिनों अपने परिवार के साथ घर पर बंद है. कई क्रिकेटर्स इनदिनों सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर रहे हैं और घर पर ही अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रख रहे हैं.
यह आराम खिलाड़ियों के लिए बुरी बात नहीं
कोरोना वायरस की वजह से भारतीय खिलाड़ियों को अपने व्यस्त कार्यक्रम से काफी आराम मिल गया है. इस आराम को कोच रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों के लिए अच्छा बताया है.
स्काई स्पोर्ट्स पॉडकास्ट के दौरान इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन और नासिर हुसैन से बातचीत करते हुए रवि शास्त्री ने कहा, “यह रेस्ट बुरी बात नहीं हो सकती, क्योंकि न्यूजीलैंड दौरे के अंत में खिलाड़ियों की मानसिक थकान, शारीरिक फिटनेस और चोटों को आप नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं.”
10-11 महीनों में 10-11 दिन ही घर पर बिताएं
रवि शास्त्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “खिलाड़ी समय का उपयोग खुद को फिर से तरोताजा करने के लिए कर सकते हैं, खासकर न्यूजीलैंड दौरे के बाद जहां भारत ने पांच टी-20 इंटरनेशनल, तीन वनडे और दो टेस्ट मैच खेले थे. पिछले दस महीनों में हमने लगातार क्रिकेट खेला है.
मेरे जैसे लोग और कुछ सपोर्ट स्टाफ पिछले साल 23 मई को विश्व कप के लिए इंग्लैंड के लिए रवाना हो गए थे, तब से हमने 10 या 11 दिन ही घर पर बिताए होंगे. कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जो तीनों प्रारूपों में मैदान पर उतरे. आप सोच सकते हैं कि उनकी क्या हालत होगी.”
खिलाड़ियों के लिए यह स्वागत योग्य
रवि शास्त्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “खासकर टी-20 खेलने के बाद टेस्ट क्रिकेट से खुद को जोड़ना और उसके साथ होने वाली सभी यात्राएं, इन पर गौर करिए, क्योंकि हमने काफी यात्रा की. विश्व कप के बाद भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज की यात्रा की, फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लंबी घरेलू सीरीज खेली, जिसके बाद न्यूजीलैंड का पूरा दौरा किया. कोरोना के कारण लॉकडाउन में घर पर समय बिताना कठिन है, लेकिन खिलाड़ियों के लिए यह स्वागत योग्य है.”