बंगाल के रणजी कप्तान और अनुभवी बल्लेबाज मनोज तिवारी ने इस सत्र में अपनी बल्लेबाजी से शानदार प्रदर्शन किया था। मनोज तिवारी वैसे तो पिछले कई सालों से बंगाल की टीम से खेल रहे हैं लेकिन उन्होनें इस सीजन में अपनी कप्तानी टीम को सफलता भी दिलाई। मनोज तिवारी की कप्तानी में बंगाल ने विजय हजारे ट्रॉफी में फाइनल तक का सफर किया। हालांकि फाइनल मैच में बंगाल को तमिलनाडू ने हराया था। बंगाल क्रिकेट टीम के लिए मनोज तिवारी ने सत्र 2016-17 में अपने बल्ले से खूब रन बरसाए।
मनोज तिवारी को चुना गया बंगाल का बेस्ट प्लेयर ऑफ द सीजन
युवा बंगाल टीम की कप्तानी करने वाले मनोज तिवारी ने इस घरेलु सत्र में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। मनोज तिवारी ने बंगाल के लिए कई कप्तानी पारियां खेल साथ ही अपनी इन बेहतरीन पारियों के दम पर अपनी टीम को जीत भी दिलायी। मनोज तिवारी के शानदार घरेलु सत्र को देखते हुए उन्हें क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल ने इस सीजन का सबसे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के तौर पर चुना। केब ने मनोज तिवारी को 2016-17 के घरेलु सत्र का बेस्ट क्रिकेटर घोषित किया।गौतम गंभीर के साथ अपने झगड़े को लेकर बोले मनोज तिवारी बताया क्या हुआ था उस दिन दोनों के बीच वार्तालाप
आईपीएल में भी किया था शानदार प्रदर्शन
मनोज तिवारी को आईपीएल के दसवें सीजन में राईजिंग पुणे सुपरजॉइंट की टीम ने खरीदा था। मनोज तिवारी को स्टीवन स्मिथ की कप्तानी में राईजिंग पुणे सुपरजॉइंट की टीम की ओर खेलने का भी मौका मिला। मनोज तिवारी ने आरपीएस के लिए कई शानदार पारियां खेली। मनोज तिवारी ने आखिर के ओवरों में आकर अपनी टीम के स्कोर को बढ़ाया। तिवारी ने आईपीएल में अपनी टीम की परिस्थिति के अनुसार बल्लेबाजी कर अपनी उपयोगिता दिखायी। मनोज तिवारी ने आईपीएल में 137 की स्ट्राइक रेट के साथ 324 रन बनाए।
इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं छोड़ पाए अपनी छाप
मनोज तिवारी को भारतीय टीम से वनडे और टी-20 क्रिकेट खेलने का भी मौका मिला है। मनोज तिवारी ने भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया में साल 2008 में वनडे क्रिकेट का आगाज किया था। तिवारी को 12 वनडे मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होनें एक शतक के साथ 287 रन बनाए। वहीं मनोज तिवारी ने तीन टी-20 मैच भी खेले हैं लेकिन वो इस फॉर्मेट में अपने प्रदर्शन से कोई छाप नहीं छोड़ सके।लम्बे समय से भारतीय टीम में जगह न मिलने पर मनोज तिवारी ने किया इस टीम से खेलने का फैसला