नवदीप सैनी को लेकर बिशन सिंह बेदी और गौतम गंभीर के बीच चल रहे विवाद पर बोले सैनी के पिता, कह दी ये बात 1

इस समय ऐसा था जब भारतीय टीम के पास तेज गेंदबाजो की कमी रहती थी लेकिन आज ऐसा नहीं है. भारतीय टीम के पास भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, खलील अहमद, दीपक चाहर और हाल में ही पर्दापण करने वाले नवदीप सैनी जैसे गेंदबाज मौजूद हैं. नवदीप सैनी ने अपने बेटे के सफलता का श्रेय गौतम गंभीर को दिया.

नवदीप सैनी के पिता ने जाहिर की अपनी भावना

नवदीप सैनी

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भारतीय टीम के लिए हाल में पर्दापण करने वाले तेज गेंदबाज नवदीप सैनी के पिता ने अपने भावनाएं इंडिया टीवी पर जाहिर करते हुए कहा कि

” हम लोग बहुत खुश हैं. मेरा बेटा भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेल गया. इस समय पूरा गांव ख़ुशी माना जा रहा है. हमें उसके जानने से पहले ही उसके चयन के बारें में पता चल गया था. वो उस समय वेस्टइंडीज में था.”

उन्होंने आगे कहा कि

” हमने उसे फोन किया और उसके भारतीय टीम में चयन की बात बताई. वो जब पांचवी कक्षा में थे उसी समय से उसने ठान लिया था की मुझे क्रिकेटर बनना है. वो घर के पास खेलने वालो बच्चों के साथ खेलता रहता था.”

सफलता का श्रेय गौतम गंभीर को दिया नवदीप सैनी के पिता ने

नवदीप सैनी

वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी20 मुकाबले में मैन ऑफ द मैच बने नवदीप सैनी के पिता ने अपने बेटे के सफलता का श्रेय गौतम गंभीर को देते हुए कहा कि

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” एक घरेलु मैच के दौरान सुमित नरवाल ने उस पर ध्यान दिया और उसे दिल्ली खेलने के लिए बुलाया. उसके बाद गौतम गंभीर ने उसे पसंद किया और दिल्ली के रणजी टीम में जगह दी. हम भी अन्य परिवारों की तरह उसे खेलने से रोकते थे.”

उन्होंने आगे कहा कि

” मैं चाहता था कि वो पढ़े और अच्छी नौकरी करें. लेकिन नवदीप मुझे हमेशा कहता था कि वो क्रिकेट की दुनिया में बड़ा नाम बनकर ही दिखाएगा. गौतम गंभीर से मिलने के बाद उसका पूरा करियर ही बदल गया. उनसे मिलने के बाद उसने पढाई छोड़ दी और पूरे समय क्रिकेट खेलने लगा.”

पिता चाहते हैं कप्तान बने बेटा

नवदीप सैनी को लेकर बिशन सिंह बेदी और गौतम गंभीर के बीच चल रहे विवाद पर बोले सैनी के पिता, कह दी ये बात 2

युवा तेज गेंदबाज नवदीप सैनी के पिता अमरजीत सैनी ने अपनी चाहत बताते हुए कहा कि

” वो बहुत मेहनत करता है. जब दिल्ली में कैंप लगता था तो वो भी महीनों के लिए वहीँ पर रुका रहता था. मैं चाहता हूँ की वो आगे चलकर भारतीय टीम का कप्तान भी बने.”