Gautam Gambhir: टीम इंडिया (Team India) इस समय ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर है. ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर खेलते हुए टीम इंडिया के दिग्गज ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने संन्यास का ऐलान कर दिया है. जिसके बाद अब रविचंद्रन अश्विन की जगह टीम मैनेजमेंट एक दिग्गज खिलाड़ी को स्पिन डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी सौंपने जा रही है.
मीडिया में अक्सर यह बातें चलती है कि गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) और महेंद्र सिंह धोनी के बीच में काफी मतभेद है लेकिन अब टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर मेलबोर्न टेस्ट मैच की प्लेइंग 11 में एक ऐसे खिलाड़ी को निरंतर मौके देने का सोच रहे है जिन्होंने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में ही तीनों फॉर्मेट में अपना डेब्यू मुकाबला खेला था.
रविंद्र जडेजा को मौका देने का सोच रहे है गंभीर
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 (Border Gavaskar Trophy 2024-25) के पहले दो टेस्ट मैच में रविंद्र जडेजा को खेलने का मौका नहीं मिला था लेकिन जब सीरीज के तीसरे मुकाबले में रविंद्र जडेजा को खेलने का मौका मिला तो उन्होंने बल्ले से शानदार खेल का प्रदर्शन किया. जिस कारण से अब हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) रविंद्र जडेजा को ही अगले दो टेस्ट मैचों के लिए भी टीम स्क्वॉड में मौका देना चाहते है.
धोनी की कप्तानी में ही तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किए है जडेजा
रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की बात करे तो उन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर अपना डेब्यू मुकाबला साल 2009 में श्रीलंका के खिलाफ किया था. श्रीलंका के खिलाफ ही रविंद्र जडेजा ने टी20 और वनडे क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था वहीं टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने अपना डेब्यू मुकाबला साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था. उन सब में एक बात जो सामान थी वो यह थी कि तीनों ही फॉर्मेट में जडेजा ने धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में भी अपना डेब्यू मुकाबला खेला था.
रविंद्र जडेजा ने ब्रिस्बेन टेस्ट में बचाई टीम इंडिया की लाज
रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में बल्ले से टीम के लिए 77 रनों की पारी खेली थी. अपनी उस 77 रनों की पारी के बदौलत ही रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने ब्रिस्बेन टेस्ट मैच की पहली पारी में टीम इंडिया को फॉलो ऑन होने से बचाया था. अगर ऐसा नहीं होता तो टीम इंडिया को ब्रिस्बेन के मैदान पर हार का भी सामना करना पड़ सकता है.