भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के नाम कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं। सचिन तेंदुलकर को मौजूदा समय की कई युवा खिलाड़ी अपना आदर्श मानते हैं और उन्हीं की तरह बनने की कोशिश करते हैं। ये खिलाड़ी समय-समय पर सचिन के पास जाकर उनसे क्रिकेट के नए तरकीब सीखते हैं।
इसके साथ ही कुछ खिलाड़ी तो खुलेआम यह कहते हैं कि उन्होंने क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) की वजह से अपनी रुचि दिखाई थी। अगर तेंदुलकर नहीं होते तो वह एक क्रिकेटर नहीं बन पाते। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली भी सचिन तेंदुलकर को अपना आइडल मानते हैं लेकिन यह दोनों खिलाड़ी वह काम नहीं कर पा रहे हैं जो सचिन तेंदुलकर कर रहे थे।
Sachin Tendulkar की राह पर नहीं चल रहे हैं टीम इंडिया के ये खिलाड़ी
विराट कोहली और रोहित शर्मा भले ही सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को अपना आदर्श मानते हैं। लेकिन यह सचिन तेंदुलकर के द्वारा स्थापित किए गए मानको को छूने में असमर्थ हैं। सचिन तेंदुलकर कभी भी डोमेस्टिक क्रिकेट से अपना हाथ पीछे नहीं करते थे और जब भी समय मिलता था वह डोमेस्टिक क्रिकेट में मुंबई की तरफ से खेला करते थे।
लेकिन विराट कोहली और रोहित शर्मा ने डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने को साफ तौर पर मना कर दिया है इस वजह से अब इन दोनों ही खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर खूब ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ रहा है।
दलीप ट्रॉफी खेलने से किया सीनियर खिलाड़ियों ने मना
दरअसल बात यह है कि बीसीसीआई की मैनेजमेंट ने बीते दिन यानी की 14 अगस्त 2024 के दिन दिलीप ट्रॉफी 2024 के लिए चार टीमों का ऐलान किया है। पहले यह खबर आई थी कि इस टूर्नामेंट में विराट कोहली और रोहित शर्मा अपनी भागीदारी दिखाते हुए दिखाई देंगे मगर जब इस स्क्वाड का ऐलान किया गया तो उसमें इन दोनों ही खिलाड़ियों का नाम शामिल नहीं था। इसी वजह से अब कहा जा रहा है कि यह दो खिलाड़ी सिर्फ बोलने में महारत हासिल किए हुए हैं।
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि जब भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ियों को स्क्वाड से इस वजह से बाहर किया गया था कि वह डोमेस्टिक नहीं खेल रहे हैं। तब इन सीनियर खिलाड़ियों ने मैनेजमेंट के इस फैसले का समर्थन किया था।
Sachin Tendulkar ने हमेशा दी डोमेस्टिक को तरजीह
अगर बात करें सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के डोमेस्टिक की तो यह हर एक टूर्नामेंट में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे और इन्होंने हर एक प्रारूप के डोमेस्टिक टूर्नामेंट में अपनी टीम का प्रतिनिधित्व किया है सचिन तेंदुलकर की इसी काबिलियत की वजह से ही इन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का तिरंगा दिया गया था। अगर सचिन तेंदुलकर के प्रथम श्रेणी करियर की बात करें तो इन्होंने 310 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं जिनमें से इन्होंने 25396 रन बनाए हैं।
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