कुछ समय पहले पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरव गांगुली को गुमनाम पत्र के माध्यम से जान से मारने की धमकी मिली थी.
गुमनाम पत्र में लिखा था, “तुम जिंदा नहीं लौटोगे अगर तुमने मिदनापुर में कदम रखा तो”
यह भी पढ़े : रोहित शर्मा को भारतीय टीम में न चुने जाने के बाद अब मुख्य चयनकर्ता ने बताया कारण
बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरव गांगुली को यह गुमनाम पत्र 5 जनवरी को मिला था. जिसमे गांगुली के 19 जनवरी के कार्यक्रम का जिक्र किया गया था.
सौरव गांगुली इस मुद्दे पर पुलिस में शिकायत दर्ज करा चुके है, लेकिन यह अभी साफ़ नहीं हुआ है, कि यह गुमनाम पत्र कहा से आया हैं.
कोलकाता पुलिस के अफ़सर ने बताया, कि सौरव गांगुली ने मंगलवार को ठाकुरपुकुर पुलिस स्टेशन में गुमनाम पत्र को लेकर शिकायत दर्ज़ करा दी है.
यह भी पढ़े : अंबाती रायडू ने इन शब्दों में की महेंद्र सिंह धोनी की तारिफ, प्रसंशक भी हुए भावुक
अफ़सर ने आगे कहा,
“हमने इस केस पर छानबीन करना चालू कर दिया है, सबसे पहले हम यह जानने की कोशिश कर रहे है, कि यह पत्र असली है या नकली.”
सूत्रों की माने को पत्र में लिखा था, कि अगर वो मिदनापुर में गए तो वापस जिंदा नहीं लौटेगे. सौरव गांगुली को 19 जनवरी को पश्चिम मदिनापुर स्थित विद्यासागर यूनिवर्सिटी में होने वाले खेल के कार्यक्रम में शामिल होना था. सूत्रों की माने तो गांगुली को गुमनाम पत्र मिलने के बाद वह मदिनापुर दौरा रद्द कर सकते हैं.
यह भी पढ़े : धोनी के कप्तानी छोड़ने के फैसले में मेरी कोई भूमिका नहीं है : एमएसके प्रसाद
इस मुद्दे पर बात करते हुए गांगुली ने कहा,
“मुझे तय कार्यक्रम अनुसार 19 जनवरी को मिदनापुर की बिद्यासागर विश्वविद्यालय में खेल कार्यक्रम में जाना था. मुझे सुरक्षा कारणों की वजह से इस यात्रा पर ना जाने को कहा गया हैं. मैंने पूरी घटना के बारे में पुलिस अधिकारियों को सूचित कर दिया है. वे इस मुद्दे पर सभी पर्याप्त कदम उठा रहे हैं.”
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भारत के लिए लगभग 12 वर्षो तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला हैं, इस दौरान सौरव गांगुली ने दोनों फॉर्मेट में 424 मैचो में 18000 से अधिक रन बनायें हैं. सौरव गांगुली ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 38 शतक भी लगायें है.