विश्व क्रिकेट की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली टी20 क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग का इतिहास 12 साल का हो चुका है। आईपीएल अपने सफलतापूर्वक 12 सीजन निकाल चुका है और इसके 13वें सीजन की शुरुआत हो चुकी है। आईपीएल में इस दौरान अब तक सबसे ज्यादा पसंदीदा टीम कोई कमाल नहीं कर सकी है।
आरसीबी की टीम अब तक नहीं जीत सकी है खिताब
हम यहां पर बात कर रहे हैं सबसे चहेते खिलाड़ी विराट कोहली की कप्तानी में खेल रही आरसीबी की टीम की.. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम आईपीएल के पहले ही सीजन से खेल रही है।
इस टीम की फैंस फॉलोइंग भी बड़ी जबरदस्त है और लोग चाहते हैं कि ये टीम आईपीएल की चैंपियन बने, लेकिन अब तक तो उन्हें ये खिताब हाथ नहीं लगा है। हर साल इसी उम्मीद के साथ फैंस का सपना टूट जाता है।
आरसीबी ने पहले मैच में जगाया खिताबी जीत का विश्वास
विराट कोहली एंड कंपनी ने अब तक तो अपने फैंस को खिताब जीतने के मामले में निराश ही किया है। लेकिन इस बार आरसीबी की टीम जैसी नजर आ रही है उससे उनके खिताब जीतने के सपने को पूरा होते देखा जा सकता है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम सोमवार को आईपीएल के 13वें सीजन में अपना पहला मैच खेलने उतरी। इस पहले ही मैच में टीम ने जिस अंदाज में प्रदर्शन किया है उससे तो उनके लिए उम्मीदें जग गई हैं। टीम को जहां इस बार बल्लेबाजी में भी मजबूती मिली है तो वहीं गेंदबाजी भी संतुलित हो गई है।
देवदत्त पडीक्कल ने जगाया टीम में विश्वास
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम हर बार अलग-अलग सलामी बल्लेबाज के साथ उतरती है। उन्होंने सलामी बल्लेबाजी में काफी बदलाव किए। जो टीम के काम नहीं आ पा रहे थे। इस बार उन्होंने युवा बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल पर विश्वास जताया।
उन्हें आरोन फिंच के साथ भेजा गया। टीम का ये फैसला काम कर गया और देवदत्त ने अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया। देवदत्त ने 56 रन की पारी खेल एक तरह से टीम की सलामी बल्लेबाजी की चिंता को दूर करने का भरोसा दिलाया।
इस बार आरसीबी की टीम को इस युवा बल्लेबाज ने ऐसा विश्वास दिया है कि वो इस सीजन खिताब को जीतने के बारे में सोच सकते हैं। यानी ये कि उनकी किस्तम इस बाद बदल सकती है। देवदत्त को ओपनिंग कराने के फैसले को सुनील गावस्कर ने भी सराहा। गावस्कर ने कहा कि
“युवा बल्लेबाज होकर भी मैच की पहली गेंद का सामना करना पडीक्कल के आत्मविश्वास का सबूत है। खासकर जब दूसरे छोर पर आरोन फिंच जैसा अनुभवी साथी हो।”