विजय हजारे ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में झारखंड और दिल्ली की टीम आमने- सामने थी। इस मैच को 2 विकेट से जीतकर दिल्ली ने टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली है। अब 20 अक्टूबर को दिल्ली का सामना मुंबई की टीम से होगा। बेंगलुरु में खेले गए इस मैच में दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया।
झारखंड ने लगातार खोये विकेट
पहले बल्लेबाजी करने उतरी झारखंड की टीम को पहले ही ओवर में बड़ा झटका लग गया। टीम के कप्तान और इन फॉर्म बल्लेबाज ईशान किशन बिना रन बनाये पवेलियन लौट गए। उनके आउट होने के बाद पिछले मैच के हीरो संजय राठौर, सौरव तिवारी और कुमार देवरत सस्ते में पवेलियन लौट गए। लगातार गिरते विकेट के बीच विराट सिंह ने झारखंड की पारी संभाली। निचले क्रम में शाहबाज़ नदीम और राहुल शुक्ला ने उनका पूरा साथ निभाया। झारखंड की टीम 49 वें ओवर में 199 रनों पर ऑलआउट हो गई।
झारखंड के लिए विराट सिंह ने सबसे ज्यादा 71 रन बनाये। उनके अलावा आनंद सिंह और शाहबाज नदीम ने 36 और 29 रन बनाये। दिल्ली के लिए तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने 4 बल्लेबाजों को आउट किया जबकि कुलवंत खेजरोलिया और प्रांशु विजयरन को 2-2 विकेट मिला। सुबोथ भाटी और नितीश राणा ने भी 1-1 विकेट चटकाया।
अंतिम ओवर में जीती दिल्ली
दिल्ली की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। पिच पर टिकने के बाद बल्लेबाज आउट होते रहे। उन्मुक्त चंद, गौतम गंभीर, ध्रुव शोरे, हिम्मत सिंह सस्ते में पवेलियन लौट गए। नितीश राणा ने जरुर पिच पर टिकने की कोशिश की लेकिन 149 रनों तक पहुँचते- पहुँचते दिल्ली के 8 बल्लेबाज पवेलियन लौर गए। इसके बाद पवन नेगी और तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने समझदारी भरी बल्लेबाजी कर टीम को जीत तक पहुंचा दिया।
बल्लेबाजी में नितीश राणा और पवन नेगी ने 39-39 रनों की पारी खेली। झारखंड के लिए आनंद सिंह ने 3 बल्लेबाजों को आउट किया। वहीं वरुण आरोन और शाहबाज़ नदीम को 2-2 विकेट मिला जबकि अनुकूल रॉय ने भी एक बल्लेबाज को आउट किया।