क्रिकेट में हमेशा से ही कोई न कोई न खिलाडी क्रिकेट से दूर जाता रहता है. हाल में ही प्रथम श्रेणी के खिलाड़ी देवेंद्र बुंदेला ने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी हैं. वो मध्यप्रदेश की ओर से सबसे ज़्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं. इसके अलावा वो पिछले 22 सालों से मध्य प्रदेश के लिए खेल रहें हैं.
कुछ इस तरह का रहा है करियर
मध्यप्रदेश की ओर से सबसे ज़्यादा रणजी ट्रॉफी क्रिकेट खेलने वाले कप्तान देवेंद्र बुंदेला 1995 से लगातार 22 साल मप्र टीम के लिए खेल रहें हैं. बुंदेला ने अपने करियर में 164 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं. उन्होंने 261 पारियों में 32 बार नॉट आउट रहते हुए 10004 रन बनाए.
वो एमपी के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने करियर में 10 हजार रन बनाने की सफलता हासिल की है.उन्होंने अपना पहला मैच 1995 में तमिलनाडु के खिलाफ खेला था. उन्होंने अपना पहला शतक 1996 में बंगाल के खिलाफ बनाया था.
बुंदी भाई के नाम से मशहूर देवेंद्र ने 43.68 के शानदार औसत से बल्लेबाजी करते हुए रणजी ट्राफी में 26 शतक और 54 अर्धशतक भी बनाए हैं. इस दौरान उनकी बेस्ट पारी 188 रन की हैं.वो अपने बल्लेबाज़ी के साथ-साथ फ़ील्डिंग के लिए भी जाने जाते हैं. उन्होंने अपने करियर में 103 कैच पकड़े हैं जोकि एक रिकॉर्ड हैं.
इसके अलावा उन्होंने गेंदबाज़ी में भी काफी ज्यादा हाथ अजमाए हैं. उन्होंने अपने करियर में 68 विकेट हासिल किये हैं.
संन्यास लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो अपनी कप्तानी में एक बार रणजी का खिताब जीतना चाहते थे.आप को बता दे कि उन्होंने अपने आखिरी मैच इस साल दिल्ली के खिलाफ खेला था.
वही अगर उनके करियर के सबसे अच्छे दौर की बात करे तो वो 1999 में हुई मध्य प्रदेश की टीम हिस्सा थे,जो रणजी के फाइनल में गई थी. हालाँकि फाइनल म उन्हें कर्नाटक के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था.