Indian Premier League: आईपीएल का 14वां सीजन कई खिलाड़ियों के लिए दर्दनाक रहा है. कई खिलाड़ी इस सीजन के बाद कप्तानी करते नहीं दिखेंगे जबकि कई अपने घर को छोड़ दूसरे आशियां की तलाश करेंगे. ये सीजन सनराइजर्स हैदराबाद के पूर्व कप्तान डेविड वार्नर( David Warner) के लिये सबसे ज्यादा बुरा रहा है.
वार्नर को रिटेन नहीं करेगा हैदराबाद
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर का बल्ला इस सीजन पूरी तरह खामोश रहा. यहीं कारण रहा कि पहले उनसे कप्तानी छिनी गई बाद में प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिए गए. लेकिन इस दिग्गज खिलाड़ी के साथ टीम मैनेजमेंट का व्यवहार फैंस का दिल तोड़ने वाला था. हैदराबाद की जमकर आलोचना भी हुई. खुद,डेविड वार्नर का दर्द सोशल मीडिया पर छलका था. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वार्नर को हैदराबाद अगले सीजन के लिये रिटेन नहीं करेगाा.
हैदराबाद को वार्नर ने बताया घर
सनराइजर्स को लेकर पूर्व कप्तान डेविड वार्नर ने भावुक कर देने वाली बात कहते हुए कहा कि कभी-कभी आपको संकेत मिलता है कि आपको फ्रेंचाइजी द्वारा रिटेन नहीं किया जाएगा. मैं अगले साल हैदराबाद का हिस्सा बनना चाहूंगा. हैदराबाद मेरा दूसरा घर है. वार्नर यह मानते हैं,
‘मुझे फैंस से बहुत प्यार मिला है. मैं अगले साल उनके लिए खेलना चाहता हूं, लेकिन यह सब फ्रेंचाइजी और मैनेजमेंट पर निर्भर करेगा. अगले साल मेगा ऑक्शन भी होना है.’
वार्नर ने कहा कि मुझे नहीं पता क्यों मुझे कप्तानी से हटाया गया. लेकिन आपको बढ़ना होता है.
वार्नर पर फ्रेंचाइजी लगा सकती बड़ा दांव
दरअसल, डेविड वार्नर को हर टीम अपने खेमे में लेने की कोशिश में जुटा है. उन्हें अपनी टीम के साथ जोड़ने के लिए कई फ्रेंचाइजी बड़ा दांव लगा सकती है. भले ही वार्नर का मौजूदा फॉर्म खराब हो बावजूद इसके वो मैच विनर बल्लेबाज हैं. डेविड वॉर्नर मौजूदा सीजन में केवल 8 मैच ही खेल सके थे. इस दौरान उनके बल्ले से महज 24 की औसत से 195 रन ही निकले और 2 अर्धशतक ठोके. वार्नर के साथ 2009 के बाद यह पहली बार हुआ है जब वह 200 का आंकड़ा छूने में विफल रहे हैं. वे लगातार 6 सीजन में 2014 से 2020 तक 500 से अधिक रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज रहे हैं. पिछले सीजन 16 मैच में 39 की औसत और 135 की स्ट्राइक रेट से 548 रन बनाए थे जिसमें 4 अर्धशतक लगाया था.
सनराइजर्स हैदराबाद के पूर्व कप्तान डेविड वार्नर का टीम से बाहर होने पर फिर से दर्द छलका है. वॉर्नर का कहना है कि किसी ने उन्हें यह तक नहीं बताया कि क्यों उनसे कप्तानी छीनी गई. हालांकि, टीम मालिकों के साथ-साथ स्पोर्ट स्टाफ के लिए भी उनके मन में काफी सम्मान है.
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर ने अपनी राय रखते हुए कहा कि जब भी कोई निर्णय लिया जाता है, तो इसे सर्वसम्मति से लिया जाना चाहिए. बता दें कि वार्नर की कप्तानी में ही हैदराबाद ने 2016 में आरसीबी को हराकर खिताब जीता था. वार्नर पर इस बार आरसीबी और दिल्ली कैपिटल्स की नजर है, वो इन दोनों में से किसी एक टीम में शामिल हो सकते हैं.